लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी परिसर में बने आर्ट्स कॉलेज के मुक्ताकाशी मंच के पास एक कोठी है। इस कोठी में विजुअल आर्ट्स की कक्षाओं का संचालन किया जाता है। यहां स्टूडेंट्स की ओर से तैयार की गई कलाकृतियों को रखा जाता है। अभी परीक्षाएं चल रही हैं, जिसमें स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट वर्क प्रस्तुत करने होते हैं। मंगलवार सुबह जब कर्मचारी यहां पहुंचे तो सब कुछ टूटा-फूटा पड़ा हुआ था। नाम न छापने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि यह प्रतिमा 25 साल से भी ज्यादा पुरानी थी। हर साल इसकी पूजा की जाती थी। अराजक तत्व कोठी के दरवाजे तोड़ भी दिए। तीन कमरों में रखी छात्रों द्वारा तैयार की गई सभी कलाकृतियों को बर्बाद कर दिया गया है।
एबीवीपी ने किया विरोध प्रदर्शन
कलाकृतियां टूटने से छात्र परेशान हैं, क्योंकि इन कलाकृतियों को प्रस्तुत करना होता है। वहीं इस घटना के बाद आर्ट्स कॉलेज प्रशासन सो रहा है। शिक्षकों और छात्रों की शिकायत है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्राचार्य के स्तर पर मामले का संज्ञान तक नहीं लिया गया है। इस पूरे मामले पर प्रशासन का पक्ष जानने के लिए कोशिश की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दोपहर को घटना के विरोध में सरस्वती प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर खंडित मूर्ति को विसर्जित करने की मांग की। वहीं ऑर्ट्स कॉलेज में सीसीटीवी न लगे होने को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई है।