लखनऊ (ब्यूरो)। केएमसी भाषा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की एक टीम का चयन राष्ट्रीय स्तर के स्मार्ट इंडिया हैकाथन में हुआ है। वह अब फाइनल राउंड में अपने आइडिया का प्रस्तुतिकरण करेंगे। यह जानकारी केएमसी भाषा यूनिवर्सिटी की मीडिया प्रभारी डॉ। तनु डंग ने दी। उन्होंने बताया कि ये टीम ए-1 डेवलपर्स के नाम से बीटेक थर्ड इयर के स्टूडेंट्स ने मिलकर बनायी है। टीम में तनवीर आलम, विवेक वर्मा, मोहम्मद गौस, इफ्तिकार, हर्षित सोनी, हिना बानो एवं टीम लीडर अविनाश मालवीय ने मिलकर बनायी है। ये प्रतियोगिता अप्रैल माह में आयोजित की गई थी और इसका नतीजा हाल ही में घोषित हुआ है। अभी अन्य चरणों के नतीजे आने शेष हैं।

कई राज्यों के स्टूडेंट्स शामिल

डॉ। तनु डंग ने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकाथन मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के अंतर्गत आईआईसी इंस्टीट्यूट ऑफ इनोवेशन काउंसिल और एआईसीटीई द्वारा आयोजित किया गया था। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से स्टूडेंट्स ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। पहले चरण में यूनिवर्सिटी द्वारा टीम्स का चयन किया गया। यूनिवर्सिटी स्तर पर चयनित टीमों के प्रस्तावों को भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया गया। इसके अंतर्गत यूनिवर्सिटी की ओर से 11 प्रस्ताव भेजे गए और सरकार द्वारा तीन निर्गत सूचियों में यूनिवर्सिटी की एक टीम को सम्मिलित किया गया है। इस प्रतियोगिता के लिए यूनिवर्सिटी की एसपीओसी शान ए फातिमा ने बताया कि उन्हें अभी इस यूनिवर्सिटी से और टीमों के चयन होने की पूरी उम्मीद है।

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इंस्पायर अवार्ड के लिए आज से आवेदन

केंद्र्र सरकार के इंस्पायर अवार्ड मानक योजना 2022-23 बेस्ट आइडिया कंप्टीशन के लिए नामांकन 1 जुलाई से होंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के अंतर्गत कक्षा 6 से 10 तक अध्ययनरत सभी बोर्ड के स्टूडेंट्स द्वारा विज्ञान एवं तकनीकी में इन्नोवेटिव प्रस्ताव पोर्टल पर आनलाइन भेजे जाते हैं। स्कूलों के लिए पोर्टल 1 जुलाई से सक्रिय हो जाएगा। प्रत्येक विद्यालय इंस्पायर अवार्ड मानक पोर्टल पर बनी अपनी स्कूल आईडी को लॉग इन करते हुए पात्र छात्र छात्राओं के नामांकन करवा सकेंगे। इस योजना के लिए तहत राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपट्र्स द्वारा प्रस्तावों की समीक्षा के के बाद छात्रों को 10 हजार रुपए की राशि उनके बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है। छात्र इस धनराशि से अपना इन्नोवेटिव प्रोजेक्ट तैयार करते हैं। इसके बाद वैज्ञानिक मॉडलों की प्रदर्शनी जिला स्तर पर लगाई जाती है। जहां विशेषज्ञों द्वारा प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए 10 प्रतिशत वैज्ञानिक मॉडलों का चयन किया जाता है।

जेसीबी और जल संरक्षण मॉडल नहीं

पोर्टल में स्टूडेंट्स के नामांकन करवाने वाले प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ध्यान दें कि इसमें जेसीबी व जल संरक्षण से संबंधित माडल की सिनोप्सिस न लोड करवाएं बल्कि सिनोप्सिस में कोई समाज उपयोगी कोई विज्ञान से संबंधित बेस्ट आइडिया है।

भारत सरकार की ये बेस्ट आइडिया कंप्टीशन सबसे सुगम है। जिससे पात्र स्टूडेंट्स में वैज्ञानिक नवाचार विकसित करने के साथ साथ उनको प्रत्येक स्टेज पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।

- डॉ। दिनेश कुमार, मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी लखनऊ