- लगातार दूसरे दिन किया परीक्षा नियंत्रक का घेराव

- दो सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा फेल करने का लगाया आरोप

- एलयू में पूरा भविष्य खराब करने का आरोप लगा स्टूडेंट्स कर रहे हंगामा

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : लखनऊ यूनिवर्सिटी में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी आधा दर्जन लॉ कालेजों के स्टूडेंट्स ने रिजल्ट गलत जारी किए जाने का आरोप लगाते हुए परिसर में हंगामा काटा। साथ ही रोड जाम कर प्रदर्शन भी किया। मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस अधिकारियों ने स्टूडेंट्स को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। लखनऊ यूनिवर्सिटी से सहयुक्त आधा दर्जन लॉ कालेजों के छात्र-छात्राओं ने गलत रिजल्ट जारी किए जाने का आरोप लगाते हुए सही रिजल्ट जारी करने की मांग उठायी।

परीक्षा नियंत्रक का किया घेराव

डीएवी कालेज, शिया पीजी कालेज सहित अन्य कालेजों से आये हुए एलएलबी थर्ड इयर के छठवें सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने बताया कि गत परीक्षा में उनके नंबर अच्छे आये थे। इसके बावजूद इस परीक्षा में उनके उन्हीं विषयों में कम नंबर आये हैं। ऐसे ही दर्जनों की संख्या में मौजूद स्टूडेंट्स ने अपनी व्यथा पुलिस अधिकारियों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के समक्ष रखी। इस दौरान उनकी तीखी नोंकझोंक भी हुई। स्टूडेंट्स ने परीक्षा नियंत्रक प्रो। एएम सक्सेना का भी घेराव किया और उनसे परीक्षा का पुनर्मूल्यांकन कराने की मांग रखी। छात्र साहिल ने बताया कि उनके डीएवी कालेज का टॉपर छात्र जिसके प्रत्येक सेमेस्टर में सर्वाधिक अंक आये हैं, उसके भी दो विषयों में बैक आयी हैं। हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने करीब 80 फीसदी स्टूडेंट्स को लैड लॉ और सिविल प्रोसिजर के सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा फेल किया हैं।

कोट

स्टूडेंट्स की परीक्षा पूर्व निर्धारित एमसीक्यू के आधार पर आयोजित की गयी हैं। ऐसे में पुनर्मूल्यांकन का सवाल नहीं उठता। छात्र हित में जिन स्टूडेंट्स की बैक आयी है। उनकी बैकपेपर परीक्षा जल्द आयोजित करा दी जायेगी।

- प्रो। एएम सक्सेना, परीक्षा नियंत्रक, एलयू