- लखनऊ यूनिवर्सिटी के लगभग सभी बड़े हॉस्टल में चल रहा है निमार्ण कार्य

- सेशन शुरू होने से स्टूडेंट्स हॉस्टल आवंटन के लिए लगा रहे एलयू के चक्कर

LUCKNOW:

लखनऊ यूनिवर्सिटी का नया सेशन शुरू होते ही स्टूडेंट्स हॉस्टल के लिए एलयू के चक्कर लगा रहे हैं, हालांकि उन्हें हॉस्टल के लिए अभी इंतजार करना होगा। एलयू के चारों बड़े हॉस्टल कैलाश, बीरबल साहनी, गोल्डन जुबली व सुभाष हॉस्टल में मरम्मत का कार्य जारी है। इसके बाद महमूदाबाद व हबीबउल्ला हॉस्टल की मरम्मत भी होनी है। ऐसे में स्टूडेंट्स को हॉस्टल आवंटन के लिए जनवरी मध्य तक इंतजार करना पड़ सकता है।

लगाए जा रहे हैं टाइल्स

शासन से मिले बजट के बाद एलयू प्रशासन हॉस्टल के कमरों से लेकर बाथरूम तक टाइल्स लगवा रहा है। कैलाश के ब्लॉक रानी आवंतीबाई ब्लॉक, एजुकेशन ब्लॉक लगभग तैयार हो चुके हैं। वहीं बीरबल साहनी, गोल्डन जुबली व सुभाष हॉस्टल में रंगाई-पुताई चल रही है। इन हॉस्टलों के तैयार होने के बाद दूसरे हॉस्टलों के मरम्मत की जाएगी। इस समय टॉयलेट व बाथरूम में प्लास्टिक के दरवाजे लगाए जा रहे हैं। जिससे बाथरूम के दरवाजे पानी से न खराब हों।

दूसरे हॉस्टल में एडजेस्टमेंट

एलयू प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि पीजी के कुछ स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कमरे अलॉट किए गए हैं। जिन हॉस्टलों में कार्य हो रहा है वहां बालू मौरंग आदिकमरों में फैली है। जिससे कमरे अलॉट नहीं किए जा रहे हैं। जहां काम पूरा हो रहा है एक-एक कर स्टूडेंट्स को दूसरे हॉस्टलों में एडजेस्ट किया जा रहा है। एक बार हॉस्टल मरम्मत का कार्य पूरा होने के बाद आवंटन प्रक्रिया शुरू होगी।

महमूदाबाद और हब्बीबुल्ला हॉस्टल में यूनिवर्सिटी अपने पैसों से मरम्मत करा रही है। दोनों जगह 15-15 लाख से काम किया जा रहा है। जल्द अन्य हॉस्टल में भी मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा।

डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, एलयू