लखनऊ (ब्यूरो)। स्वच्छ भारत मिशन नगरीय 2.0 के तहत यूपी को स्वच्छ बनाने के लिए नगर विकास विभाग द्वारा स्वच्छ ढाबा अभियान की शुरुआत निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा के दिशा-निर्देशन में गुरुवार को की गई। निदेशक ने वर्चुअल बैठक के जरिए निकाय के अधिकारियों को इस अभियान से ज्यादा से ज्यादा जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 762 निकायों में चलने वाले स्वच्छ ढाबा अभियान के अंतर्गत मुख्य मार्गों पर संचालित ढाबा अथवा रेस्टोंरेंट से प्रतिदिन भारी मात्रा में निकलने वाले अपशिष्ट को वैज्ञानिक विधि से स्वत: निस्तारित करने के प्रति प्रेरित किया जाएगा। निकायों में संचालित ढाबों अथवा रेस्टोरेंटों का निरीक्षण एक विशेष टीम द्वारा किया जाएगा। जिसके बाद रेटिंग के आधार पर प्रतिष्ठानों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ ढाबा अभियान के जरिए एक ओर जहां ढाबों में स्वच्छता सुनिश्चित होगी। वहीं, इन ढाबों अथवा रेस्टोरेंटों पर भारी संख्या में पहुंचने वाले लोग भी स्वच्छता के प्रति जागरूक होंगे।

तीन महीने तक चलेगा अभियान

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के मद्देनजर यह अभियान तीन माह तक चलाया जाएगा।

-5 से 12 जनवरी 2023 तक चिन्हित ढाबों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन

-13 जनवरी से 20 मार्च 2023 तक चिन्हित ढाबों की मॉनिटरिंग

-20 मार्च से 31 मार्च तक रेटिंग के आधार पर ढाबों का पुरस्कार वितरण

ये हैं रेटिंग के मानक

एक स्टार

-सिंगल यूज प्लास्टिक और प्लास्टिक कटलरी का प्रयोग ढाबे में नहीं किया जाना चाहिए।

-सार्वजनिक उपयोग के लिए 2 डिब्बे (हरे और नीले) ढाबे में लगे होने चाहिए।

-ढाबे द्वारा गीले और सूखे कचरे में अलग-अलग करना चाहिए और अलग-अलग निपटान भी करना चाहिए।

-ढाबे में लोगों के लिए शौचालय साफ एवं उपलब्ध होना चाहिए।

तीन स्टार

-ढाबे द्वारा 1 स्टार की सभी शर्तों को पूरा करना होगा।

-ढाबे में गीले अपशिष्ट कम्पोस्टिंग या कॉम्पैक्ट बायोगैस की उपलब्धता होनी चाहिए। ढाबे में साफ पार्किंग, ब्यूटीफिकेशन होना चाहिए।

-ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी की सभी शर्तों को पूरा करना चाहिए।

फाइव स्टार

-ढाबे द्वारा 1 और 3 स्टार की सभी शर्तों को पूरा करना होगा।

-ढाबे द्वारा गीला और सूखा दोनों प्रकार के कचरे का पुन: उपयोग स्वयं के स्तर पर करना होगा।

-ढाबा जीरो वेस्ट और 3 आर (रिड्यूज, रियूज और री साइकिल) को फॉलो करने वाला हो।