- हर एक होम आइसोलेशन पेशेंट्स की हेल्थ पर रखी जाएगी नजर

- वार्ड निगरानी समितियों के मेंबर्स घर घर जाकर लेंगे हालचाल

LUCKNOW: होम आइसोलेटेड पेशेंट्स की हेल्थ पर नजर रखने के लिए एक और कवायद की जा रही है। अभी तक जहां कोविड कंट्रोल सेंटर से उनके पास हालचाल के लिए कॉल आती थी, वहीं अब वार्ड निगरानी समितियों की ओर से भी उनके घर जाकर पेशेंट्स की हेल्थ संबंधी जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही टीम की ओर से उनके मन में कोरोना को हराने संबंधी विश्वास की भावना को भी जगाया जाएगा। टीम की ओर से पीडि़त के फैमिली मेंबर्स से भी संवाद किया जाएगा और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या है तो उसे दूर किया जाएगा।

हर दिन बनेगी रिपोर्ट

वार्ड निगरानी समितियों की ओर से हर दिन अपने अपने वार्ड में होम आइसोलेटेड पेशेंट्स पर नजर रखी जाएगी। चूंकि वार्ड बड़े हैं और होम आइसोलेटेड पेशेंट्स की संख्या भी अधिक है, ऐसे में एक दिन में सभी पेशेंट्स के घर जाना संभव नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए इस दिशा में वीकली प्लान बनाया गया है, जिससे एक सप्ताह में टीम वार्ड के सभी होम आइसोलेटेड पेशेंट्स के घर विजिट कर सकेगी और उनका हालचाल ले सकेगी।

दवा ऑक्सीजन की जरूरत

टीम की ओर से पेशेंट की हेल्थ संबंधी जानकारी लिए जाने के साथ ही यह भी पूछा जाएगा कि उन्हें दवा या ऑक्सीजन की जरूरत तो नहीं है। अगर किसी पेशेंट या उसके फैमिली मेंबर्स की ओर से ऐसी कोई समस्या बताई जाती है तो टीम की ओर से संबंधित अधिकारियों को इससे अवगत कराया जाएगा। इतना ही नहीं, ऑक्सीजन या दवा मिलने के बाद टीम की ओर से लगातार फॉलोअप भी किया जाएगा, जिससे समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण हो सके। साथ ही टीम के प्रति भरोसा डेवलप हो सके।

सफाई पर भी नजर

वार्ड निगरानी समितियों की ओर से यह भी देखा जाएगा कि कोविड पीडि़त पेशेंट्स के घर से वेस्ट कलेक्ट हो रहा है या नहीं। इसके साथ ही घर के बाहर नियमित रूप से सफाई हो रही है या नहीं। इसकी रिपोर्ट भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास भेजी जाएगी चूंकि कोविड पीडि़त पेशेंट के घर से मेडिकल वेस्ट भी निकलेगा। ऐसे में निगम के कर्मी पीपीई किट पहनकर उसके यहां से वेस्ट कलेक्ट करेंगे।

कमांड सेंटर से मॉनीटरिंग

कमांड सेंटर से इस बात की लगातार मॉनीटरिंग भी की जाएगी कि कोविड पीडि़त पेशेंट की हेल्थ रिपोर्ट बन रही है या नहीं। अगर टीम की ओर से भूलवश किसी पेशेंट का घर छोड़ दिया जाता है तो कमांड सेंटर से तत्काल टीम को इससे अवगत कराया जाएगा, जिसके बाद टीम उस पेशेंट के घर जाकर हालचाल लेगी।

क्रॉस चेकिंग भी

हाल में ही डीएम अभिषेक प्रकाश ने खुद होम आइसोलेटेड पेशेंट्स से सीधे संवाद किया था और उनकी हेल्थ के बारे में जानकारी ली थी। डीएम की ओर से स्पष्ट किया गया है कि वह समय समय पर खुद ही होम आइसोलेटेड पेशेंट्स से बात कर मेडिकल किट के बारे में जानकारी लेते रहेंगे और कोई समस्या सामने आती है तो तत्काल उसे दूर कराएंगे। जिला प्रशासन टीम का पूरा प्रयास यही है कि होम आइसोलेटेड पेशेंट्स का मनोबल स्ट्रांग किया जाए, जिससे वह कोरोना के खिलाफ आसानी से जंग जीत सकें। इसके लिए कमांड सेंटर से पेशेंट्स की काउंसिलिंग संबंधी व्यवस्था की जा रही है, जिसका फायदा निश्चित रूप से कोरोना पेशेंट को होगा।

बॉस

खास निगरानी

वहीं अगर कोई होम आइसोलेटेड पेशेंट ऐसा है, जिसके घर में उसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है तो ऐसे पेशेंट्स की खास निगरानी की जाएगी। कंट्रोल सेंटर की टीम दिन में दो बार उसे फोन करेगी और हालचाल लेने के साथ ही उसकी समस्या इत्यादि के बारे में पूछेगी और तत्काल एक्शन लेगी।