लखनऊ (ब्यूरो)। इंस्पेक्टर इंदिरानगर आरपी प्रजापति के मुताबिक अंजू डिप्रेशन में थीं और तीन साल से उनका इलाज चल रहा था। इंस्पेक्टर ने बताया कि शनिवार सुबह पति ने अंजू को वीडियो काल किया था। दोनों में कुछ देर तक बात हुई थी। इस दौरान अंजू ने कहा था कि मैं ठीक नहीं हो पाऊंगी। इस पर पति ने उनसे नकारात्मक सोच न रखने के लिए कहा था। हालांकि फोन रखने से पहले अंजू ने डा। समीर से कहा कि मुझे माफ कर दीजिएगा। करीब 10 मिनट बाद घरवालों ने फोन कर बताया कि अंजू ने खुद को गोली मार ली है। गंभीर अवस्था में अंजू को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
अंजू की मौत के बाद परिवारजन शव लेकर वापस घर आ गए। पुलिस को काफी देर बाद घटना की जानकारी हुई। इसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन की। पुलिस का कहना है कि अंजू के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। अंजू शिक्षक थीं। बीमारी के कारण डा। समीर ने अंजू की चुनाव ड्यूटी भी कटवाई थी। अंजू के दो बच्चे हैं।