लखनऊ (ब्यूरो)। साइबर क्राइम सेल में विकास नगर निवासी प्रॉपर्टी डीलर संजीव शर्मा ने शिकायत की है कि 3 जनवरी को उन्हें मैसेज मिला जिसमें कहा गया कि वीडियो लाइक करें और 100 रुपए कमाएं। मैसेज में एक लिंक भी दिया गया था। उस लिंक को वीरेंद्र ने खोला उसमें एक अकाउंट बनाने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने उसमें अपनी पर्सनल डिटेल उसमें डाली और लाइक करने पर जो पैसे उन्हें मिलने वाले थे उसका भुगतान होने के लिए अपने खाते की डिटेल भी दे दी। तुरंत उनके नंबर पर दो वीडियो लिंक भेजे गए, जिसे उन्हें लाइक कर लिया। इसके पैसे भी उन्हें मिल गए। तीन दिन बाद उनके पास एक मैसेज आया जिससे उन्हें पता चला कि उनके खाते से 5 लाख 75 रुपए कट गए। बैंक जाकर पता किया तो पता चला कि किसी ने ऑनलाइन कूपन खरीदा है।

अवेयर होनेे के चलते बचे ठगी से
साइबर सेल में एक अन्य शिकायत पुनीत दत्ता ने बताया कि उन्हें भी ऐसा ही मैसेज मिला था। उन्होंने ठीक उसी तरह लिंक भेजने वाले के निर्देशों का पालन किया और अपनी पर्सनल व बैंक डिटेल दे दी। हालांकि जब उन्होंने ऐसे फ्रॉड होने की खबरे सुनी तो तत्काल उन्होंने अपने बैंक खाते से पूरे पैसे निकाल लिए। जिससे वे ठगी से बच गए।

ऐसे फंसाते है साइबर क्रिमिनल्स जाल में
साइबर एक्सपर्ट शिशिर यादव ने बताया कि पुणे में पीडि़त को एक मैसेज में लिंकमिला था और उन्हें भेजे गए वीडियो को लाइक करने के लिए कहा गया। हर लाइक पर 50 रुपए देने की बात की गई। पीडि़त ने जालसाजों के कहने पर लिंक में दिए गए वेब पेज पर अपनी पर्सनल व बैंक डिटेल शेयर की और वीडियो लाइक करना शुरू कर दिया। उन्होंने पहले तो अपने यूपीआई से एक हजार रुपए इंवेस्ट किया और जब पैसे आने लगे तो धीरे-धीरे 12 लाख रुपए इंवेस्ट कर डाले। उसके बाद उनका वेब पेज खुलना बंद हो गया। वे समझ गए कि साइबर ठगों ने उन्हें ठग लिया है।

इस बातों का रखें ध्यान
- किसी तरह के ऑफर और लालच में न आएं
- अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में ना आएं
- अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें
- फेसबुक, ट्विटर आईडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें
- कोई रुपयों की मांग करता है, तो पहले इसकी अच्छी तरह जांच करें

ठगी का शिकार हों तो क्या करें
- पांच लाख से ज्यादा रकम की साइबर ठगी हो तो साइबर क्राइम थाने में शिकायत करें।
- पांच लाख से कम की रकम हो तो संबंधित पुलिस स्टेशन में शिकायत लेकर जाएं
- साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर काल करें। वहां शिकायत को फीड कर लिया जाता है। वहां से रियल टाइम ट्रैकिंग होती है