लखनऊ (ब्यूरो)। कर्मोदय पहल का मूल उद्देश्य, एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जो कार्यों में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से सीखकर छात्रों की क्षमताओं को विकसित करे। डीएसडब्ल्यू प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि यह एक अवैतनिक योजना है। इसमें छात्रों को वास्तविक कार्यस्थलों का अनुभव कराने, उनके ज्ञान और कौशल में गुणात्मक वृद्धि करने के लिए इसकी शुरुआत की जा रही है।
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
कर्मोदय योजना में यूनिवर्सिटी के अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत परिवार की आय या किसी अन्य फेलोशिप, छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले भी आवेदन के पात्र होंगे। यह योजना यूनिवर्सिटी के उन छात्रों की मांग पर शुरू हो रही है, जो कर्मयोगी योजना में आवेदन करने के लिए पात्र नहीं हैं। यूनिवर्सिटी के वे स्टूडेंट्स योजनाओं के लिए पात्र होंगे, जो यूनिवर्सिटी में यूजी या पीजी कोर्स के अंतिम या पूर्व अंतिम वर्ष के छात्र हैं। नियमित या सेल्फ फाइनेंस कोर्स के लिए नामांकित हैं। पिछली परीक्षा में न्यूनतम 60 फीसद अंकों के साथ पास और पिछले शैक्षणिक सेमेस्टर या वर्ष में कम से कम 75 फीसद उपस्थिति रही हो।