लखनऊ (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी परिसर में बस से कुचल कर छात्रा रूकसार की मौत हो गई थी। इसके बाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने देर रात तक काफी हंगामा किया था। दूसरी ओर सूचना मिलने पर बिहार के गोपालगंज मेरालीपुर में रहने वाले राशिद आलम गुरुवार को रूकसार की मां मेहरून निंशा के साथ गुरुवार की सुबह पहुंचे। सुबह से ही माता-पिता यूनिवर्सिटी के गेट के सामने धरने पर बैठ गए। पिता राशिद ने यूनिवर्सिटी से 40 लाख रुपए मुआवजा और नौकरी की मांग की।

छात्रा के नाम से वाचनालय
यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राणा कृष्ण पाल सिंह ने भी राशिद आलम से पांच लाख रुपए यूनिवर्सिटी की तरफ से देने की पेशकश की, पर सफलता नहीं मिली। शाम को पूर्व सपा विधायक रेहान अहमद के प्रयास से यूनिवर्सिटी और रूकसार के माता पिता के बीच समझौता कराया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मृतक छात्रा रूकसार के पिता राशिद को छह लाख रुपए का चेक दिया। छात्रा के नाम से छात्रावास में वाचनालय स्थापित किया जाएगा। पिता राशिद का कहना था कि यूनिवर्सिटी के छात्रों ने साथ छोड़ दिया, इसलिए मजबूर होकर यूनिवर्सिटी की बात माननी पड़ी है। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राणा कृष्ण पाल सिंह ने बताया कि छात्रा के पिता ने जो 40 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है। उससे सरकार को अवगत करा दिया गया है।