लखनऊ (ब्यूरो)। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त रमेश परिहार से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने और उसका दोस्त राजू थापा ने 22 फरवरी की रात पिताम्बर बिहार कॉलोनी स्थित एक मकान जो काफी दिनों से बंद था, उसमें कई दिनों की रेकी के बाद चोरी की थी। वहीं उसने चिनहट में भी कई जगह चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है।

बंद घरों को बनाते थे निशान

ये दिल्ली में भी कई चोरी की वारदातें कर चुके हैं और वहां भी इन पर कई मामले दर्ज हैं। ये नेपाल के नागरिक हैं और यहां ठेला लगाकर घरों की रेकी करते हैं। रमेश परिहार यहां अपनी बहन आशा सिंह के किराये के मकान वासुदेव डिग्री कॉलेज कमता कोतवाली चिनहट में रहता था।

ये सामान हुआ बरामद

एक लाख 42 हजार 250 रुपए, एक बाइक, एक अंगूठी, मोबाइल फोन, पायल, कैमरा, एक प्लेट पीली धातु, पांच पिट्ठू बैग।