LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। व्यापारियों का कहना है कि पूरे चौक एरिया में सिर्फ दो ही यूरिनल लगे हैैं। जिससे व्यापारियों के साथ दुकानों में काम करने वाले मेल कर्मचारियों और मार्केट में खरीदारी करने आने वाले मेल कस्टमर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो यूरिनल बने हुए हैैं, उनकी कंडीशन भी बहुत अच्छी नहीं है।

बेहद महत्वपूर्ण मार्केट है चौक
राजधानी की आर्थिक दृष्टि से भी चौक मार्केट बेहद महत्वपूर्ण है। इसकी वजह यह है कि यहां पर सिर्फ शहर का नहीं बल्कि दूसरे शहरों और प्रदेशों से भी कस्टमर्स और व्यापारी आते हैैं। यहां पर ज्वैलरी, फुटवियर, चिकन कपड़ों का थोक कारोबार होता है।

रोजाना दस हजार कस्टमर्स
इस मार्केट में रोजाना दस हजार से अधिक कस्टमर्स आते हैैं। इसके साथ ही त्योहारों के आसपास यह फुटफॉल करीब 15 हजार से अधिक पहुंच जाता है। सहालग के सीजन में भी कस्टमर्स की संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। व्यापारियों का कहना है कि कस्टमर्स की संख्या को देखते हुए मार्केट एरिया में यूरिनल की संख्या जल्द से जल्द बढ़ाए जाने पर फोकस किया जाना चाहिए।

बोले लोग
यूरिनल की व्यवस्था को बेहतर किया जाना चाहिए। यूरिनल की संख्या पर्याप्त न होने की वजह से समस्या होती है। इस तरफ ध्यान दिए जाने की जरूरत है। जिससे हर किसी को राहत मिल सके।
विनोद महेश्वरी

अभी यूरिनल की स्थिति को बहुत बेहतर नहीं कहा जा सकता है। वर्तमान में जो यूरिनल हैैं, उनकी संख्या में जल्द से जल्द इजाफा किया जाना चाहिए। जिससे इमरजेंसी कंडीशन में खुले में न जाना पड़े।
डॉ। राजकुमार वर्मा

वर्तमान समय में मार्केट में कम से कम दस से अधिक यूरिनल की जरूरत है। अभी यह संख्या करीब दो के आसपास है। जब तक यूरिनल की संख्या नहीं बढ़ेगी तब तक स्थिति में बहुत अधिक सुधार नहीं होगा।
अतुल गुप्ता

मार्केट में कस्टमर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में जल्द से जल्द यूरिनल की संख्या भी बढ़ाए जाने की जरूरत है। अगर यूरिनल की संख्या बढ़ जाए तो राहत मिलना तय है।
सुगम पुरी

मार्केट्स में यूरिनल की कंडीशन बेहतर होनी ही चाहिए। अगर यूरिनल नहीं होंगे तो लोगों को खुले में टॉयलेट जाना पड़ेगा, जिससे गंदगी फैलेगी।
राकेश, आलमबाग

अगर कहीं यूरिनल नहीं हैैं तो वहां पर तत्काल प्रभाव से यूरिनल की व्यवस्था की जानी चाहिए। यूरिनल न होने की वजह से खासी परेशानी होती है।
सूरज, इंदिरानगर

यह बात सही है कि यूरिनल की व्यवस्था लगभग लापता हो गई है। यूरिनल न होने की वजह से खुले में जाना पड़ता है। जिससे बीमारियां फैलती हैैं।
अमित, सआदतगंज

हमारी ओर जो मार्केट हैैं, उसमें भी यूरिनल की प्रॉपर सुविधा नहीं है। जिसकी वजह से लोग खासे परेशान होते हैैं।
आकाश, कैलाशपुरी