LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। इसका उद्घाटन परिवहन राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने किया। कार्यशाला में 21 राज्यों के परिवहन विभाग तकनीकी अधिकारियों ने भाग लिया। राज्यमंत्री दया शंकर सिंह ने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। जिस पर अंकुश लगाना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराएं। मंत्री, विधायक किसी भी जनप्रतिनिधि के प्रति ढिलाई नहीं बरती जाए। सड़क दुर्घटना से बचने के लिए स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा की शिक्षा दी जाए, युवाओं को जागरूक किया जाए। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव परिवहन एल बैंकटेश्वर लू, यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश, परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह, अपर परिवहन आयुक्त सड़क सुरक्षा पुष्पेंद्र सेन सत्यार्थी, लखनऊ एआरटीओ प्रशासन अखिलेश कुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे।

चालक अनफिट तो रद हो सकता है रजिस्ट्रेशन
परिवहन विभाग द्वारा 15 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान सड़क हादसों में कमी लाने का काम होगा। खासतौर पर ई-रिक्शा, ऑटो-टेंपो आदि चालकों का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा। जिसका मेडिकल सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। राजधानी में दुर्घटनाओं का बड़ा कारण अकसर ई-रिक्शा, ऑटो-टेंपो के अनाड़ी ड्राइवर बनते हैं। ये कई बार मेडिकल तौर पर अनफिट मिलते हैं। इसे देखते हुए सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत सभी ड्राइवरों का मेडिकल टेस्ट भी करवाया जाएगा। इसके लिए सीएमओ की टीम आएगी जो तय पैरामीटर्स पर इनकी जांच करेगी। अगर कोई ड्राइवर मेडिकली अनफिट मिलेगा तो उसका रजिस्ट्रेशन रद किया जा सकता है। साथ ही अगर कोई छोटी-मोटी समस्या होगी तो उसे दूर करने के लिए जरूरी सलाह दी जाएगी।

सभी ड्राइवरों की कैंप लगाकर मेडिकल जांच की जाएगी। जो ड्राइवर मेडिकली अनफिट मिलेंगे, उनके वाहनों का रजिस्ट्रेशन तक रद किया जा सकता है।
- संदीप पंकज, आरटीओ, प्रवर्तन