लखनऊ (ब्यूरो)। जानकारों के अनुसार दोपहर में प्रो कमना सिंह अम्बेडकर भवन में वित्त अधिकारी प्रो। सनातन नायक से मिलने गए थे। वहां पहले प्रो। नायक से उनकी बहस हुई। वे इसकी जानकारी कुलपति प्रो। संजय सिंह को देने गए थे। इसी बीच प्रो कमान सिंह दोबारा उनके कमरे में गए। वहां पर उपकुल सचिव आशीष रस्तोगी सहित अन्य लोग बैठे हुए थे। प्रो। सिंह ने अपने कुछ बिलों का भुगतान नहीं होने की बात कही। ये बिल करीब दो वर्ष पुराने थे। इस पर आशीष रस्तोगी ने उनसे कहा कि बिल का भुगतान तभी होगा, जब इसका अप्रूवल मिल जाएगा। इसको लेकर कहासुनी हुई और फिर प्रो। कमान सिंह और उपकुल सचिव आशीष रस्तोगी के बीच मारपीट शुरू हो गई।

कई मामलों पर कहासुनी हुई

प्रो कामन सिंह का कहना है कि एलटीसी की फाइल और 12 लाख रुपए से होने वाली कांफ्रेस पर चर्चा हो रही थी कि दोनों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। इस मारपीट में दोनों को गंभीर चोटें आई हैं। वहीं उपकुल सचिव का कहना है कि प्रो। कमान सिंह ने उन पर हमला किया जिससे इसमें उनकी आंख व शरीर के अन्य अंगों पर चोट आई है। वहीं प्रो। कमान सिंह का कहना है कि उपकुल सचिव ने उन पर हमला किया है। उन्हें सर से लेकर पैर तक काफी अंदरूनी चोटें आई हैं। घटना के बाद प्रो। कमान सिंह समर्थक स्टूडेंट्स और शिक्षकों में तनाव है।

प्रो कमान ने परेशान करने का लगाया आरोप

पूरा विवाद प्रो। कमान सिंह के कुछ भुगतानों को लेकर है। प्रो। कमान सिंह ने बीते दिनों कई वरिष्ठ अधिकारियों पर यूनिवर्सिटी की संपत्ति का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए थे। वीसी को भेजे गए पत्र में रिकवरी के लिए लिखा था। प्रो। कमान सिंह का कहना है कि इसके चलते उन्होंने परेशान किया जा रहा है। आरोप यह भी है कि उन्होंने इसके लिए कोई पैसा नहीं दिया है, इसलिए उनकी फाइल दबाई जा रही है। वहीं, उप कुलसचिव वित्त आशीष रस्तोगी का आरोप हैं कि प्रो। कमान सिंह काफी समय से जबरन फाइल पास कराने का दवाब बना रहे थे।

कुलसचिव से बात हुई है। इस मामले पर एक विभागीय जांच कमेटी भी बनाई गई है। यूनिवर्सिटी की तरफ से भी पुलिस को भी सूचना दी गई है।

डॉ रचना गंगवार, प्रवक्ता, बीबीएयू