लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की संपत्तियों में खेल किए जाने संबंधित मामलों पर लगाम लगती हुई नजर नहीं आ रही है। हाल में ही कुछ ऐसे मामले सामने आए हैैं, जिसमें फर्जी कागजात लगाकर प्लॉट्स को हड़प लिया गया है। जिसके बाद अब एलडीए की ओर से ऐसे लोगों के खिलाफ जांच शुरू करा दी गई है, जिन्होंने खेल किया है। जांच पूरी होने के बाद इनके खिलाफ लीगल एक्शन भी लिए जाने की तैयारी हो रही है।

फर्जी डॉक्यूमेंट्स लगाए गए

अभी तक की जांच में जो जानकारी सामने आई है, उससे साफ है कि 50 से अधिक लोगों ने फर्जी शपथ पत्र या अन्य डॉक्यूमेंट्स लगाकर पहले तो एलडीए के प्लॉट्स ले लिए, फिर उन्हें दूसरों को बेच दिया। इस मामले के सामने आने के बाद एलडीए प्रशासन की ओर से भौतिक सत्यापन भी कराया गया। जिसमें यह साबित हुआ कि वास्तव में खेल किया गया है। एक-एक आदमी ने एलडीए के दो से तीन प्लॉट्स ले लिए हैैं और उन्हें बेच भी दिया है। ऐसे में अब इन लोगों की अलग से लिस्ट तैयार कराई जा रही है।

यहां के मामले मिले

सत्यापन के दौरान यह सच्चाई सामने आई है कि कानपुर रोड, टीपी नगर समेत कई अन्य योजनाओं में फर्जी कागजात लगाकर खेल किया गया है। हैरानी की बात तो यह है कि इतना बड़ा खेल हो गया और एलडीए के जिम्मेदारों को हवा तक नहीं लगी। चूंकि यह खेल काफी पहले हुए हैैं, इस वजह से अब कड़ी से कड़ी मिलाई जा रही है। जिससे आरोपियों तक पहुंचा जा सके साथ ही उन लोगों को भी सामने लाया जा सके, जिनकी मदद से पूरा खेल किया गया है।

टीपीनगर में भी मामले मिले थे

एलडीए की टीपी नगर योजना में भी प्लॉट्स की खरीद में जमकर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। यहां भी फर्जी डॉक्यूमेंट्स और गवाह लाकर फर्जी तरीके से बेशकीमती प्लॉट्स बेच दिए गए थे। इस मामले में एलडीए की ओर से एफआईआर तक दर्ज कराई गई है। इसी तरह अन्य योजनाओं में भी संपत्तियों का सत्यापन किया जा रहा है, जिससे अगर किसी संपत्ति में कोई फर्जीवाड़ा किया गया है तो उसे सामने लाया जा सके। वहीं एलडीए की ओर से जल्द ही अपनी सभी योजनाओं में ड्रोन सर्वे भी शुरू कराया जा रहा है। ड्रोन सर्वे के माध्यम से एलडीए को अपनी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी साथ ही यह भी पता चल सकेगा कि कितनी ऐसी संपत्तियां हैैं, जिन पर अवैध कब्जे हो चुके हैैं। इसके बाद अभियान चलाकर संपत्तियों को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाएगा।