लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में सुसाइड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। गुरुवार को भी अलग-अलग एरियाज में बीबीए छात्र समेत तीन लोगों ने सुसाइड कर अपना जीवन समाप्त कर लिया। मृतकों की पहचान अवध विहार योजना सेक्टर-3 निवासी छात्र दीपक पांडेय (18), नौबस्ता के गायत्री नगर निवासी रेनू यादव (35) और आजाद नगर निवासी राजेश वर्मा (35) के रूप में हुई है। मामले में संबंधित थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

बीबीए छात्र ने की आत्महत्या

सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अवध विहार योजना सेक्टर-3 में रहने वाले दीपक पांडेय (18) ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता सेना में कार्यरत हैं। मृतक के चचेरे भाई विनीत पांडेय ने बताया कि दीपक पिछले कई दिनों से मानसिक तनाव में था। वह कुछ दिनों से कॉलेज भी नहीं जा रहा था। इंस्पेक्टर अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि अबतक आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। प्रेम प्रसंग या पढ़ाई के दबाव में आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है। मामले की जांच की जा रही है।

पैसे देने से इनकार करने पर पत्नी ने लगाया फंदा

मड़ियांव थानांतर्गत नौबस्ता के गायत्री नगर की निवासी रेनू यादव (35) ने गुरुवार सुबह अपने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। थाना इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा ने बताया कि मृतका का पति श्यामू यादव फेरी लगाता है। वर्ष 2005 में दोनों की शादी हुई थी। आए दिन पैसों को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद होता था। गुरुवार सुबह भी रेनू से श्यामू से 10 हजार रुपये मांगे। रुपये देने से इनकार करने पर दोनों के बीच विवाद हुआ। श्यामू घर से निकल गया। कुछ देर बाद लौटा तो सुबह करीब 9 बजे कमरे में साड़ी के फंदे के सहारे रेनू का शव लटकता हुआ पाया। मृतका के एक बेटा व दो बेटियां हैं।

फंदे से लटकता मिला युवक का शव

कृष्णानगर थानांतर्गत गीतापल्ली के आजाद नगर निवासी राजेश वर्मा (35) ने गुरुवार सुबह अपने कमरे में फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि मृतक पेट्रोल पंप पर काम करता था। उसके तीन बच्चे हैं। गुरुवार सुबह राजेश का कमरे में फंदे से लटका शव देख परिजन लोकबंधु अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुसाइड का कारण अबतक पता नहीं चल सका है।