- 9 लोगों को गोसाईगंज पुलिस ने ठगी के मामले में किया अरेस्ट

- 59 करोड़ की ठगी को दिया अंजाम

- 550 लोगों को बनाया अपना शिकार

- 110 पीडि़त अब तक दर्ज करा चुके हैं अपनी शिकायत

- गोसाईगंज पुलिस ने फ्रॉड कंपनी के 9 लोगों को किया अरेस्ट, मास्टरमाइंड फरार

- पहले भी मास्टरमाइंड को कृष्णानगर पुलिस ने किया था अरेस्ट

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रुष्टयहृह्रङ्ख: दुबई में बुर्ज खलीफा और मुंबई में कई बड़े रियल स्टेट प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर ठगने वाले अलास्का रियल एस्टेट डेवलपर्स के नौ लोगों को गोसाईगंज पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। कंपनी ने करीब 550 लोगों को अपना शिकार बनाया। हालांकि ठगी के कारोबार का मास्टरमाइंड और अलास्का कंपनी का प्रबंध निदेशक हरिओम अभी फरार है। कंपनी के कर्मचारी निवेशकों को झांसे में लेने के लिए निवेश की रकम का एडवांस में चेक और पांच फीसदी हर महीने ब्याज का लालच देते थे। कंपनी में कई बड़े अधिकारियों ने भी अपना पैसा लगाया था। 15 मार्च 2019 को कृष्णानगर पुलिस ने हरिओम और उसके आधा दर्जन साथियों को पांच करोड़ कैश के साथ गिरफ्तार कर भेजा था। अब वह जमानत पर बाहर है। आरोपियों के अनुसार हरिओम ने कंपनी के पैसों से दुबई में जमीन खरीद रखी है।

पांच प्रतिशत ब्याज का देते थे ऑफर

गोसाईगंज के सदरपुर करोरा सकटू का पुरवा गांव निवासी हरिओम यादव ने गांव के पास अपनी जमीन पर अलास्का रियल स्टेट कंपनी का ऑफिस खोला है। पुलिस के अनुसार, हरिओम कंपनी का एमडी बना और ऑफिस में लोगों से पांच प्रतिशत मासिक ब्याज की दर से पैसा जमा करने का ऑफर दिया गया। कुछ महीने तक सब ठीक ठाक चलने के बाद लोगों का पैसा वापस करने में आनाकानी होने लगी। पैसा वापस मांगने पर लोगों को धमकी दी जाने लगी तो निलमथा निवासी महेश कुमार यादव ने कंपनी मालिक व डायरेक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया।

550 लोगों से 59 करोड़ की ठगी

गोसाईगंज पुलिस ने कंपनी मालिक व एमडी हरिओम यादव निवासी सकटू का पुरवा गोसाईगंज के भाई ओम सिंह यादव, डायरेक्टर सुभाष चंद्र यादव निवासी शेखनापुर, ललित कुमार वर्मा निवासी गंगाखेड़ा हसनापुर, सुरेंद्र कुमार यादव निवासी बरुआ, गजल सिंह मुंशीगंज, आशीष कुमार वर्मा बस्तौली, नंद किशोर यादव डीधिया चिरौली शिवरतनगंज अमेठी, अवधेश कुमार मिश्रा पांडेय पुरवा सुबेहा बाराबंकी तथा कौशलेंद्र यादव निवासी शेखनाघाट को गिरफ्तार किया। हालांकि कंपनी का एमडी हरिओम पुलिस के शिकंजे से फरार हो गया। डीसीपी साउथ रईश अख्तर ने बताया कि कंपनी ने करीब 550 लोगों का पैसा जमा करा कर ठगी की है। अब तक 59 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई है। मामले में अब तक 111 लोगों की शिकायतें मिल चुकी हैं।

गुजरात के सूरत तक फैला धंधा, दुबई तक नेटवर्क

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों का धंधा सुलतानपुर व रायबरेली से लेकर गुजरात के सूरत तक फैला हुआ है। साथ ही दुबई तक नेटवर्क है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ठगी की धनराशि ज्यादा भी हो सकती है। हरिओम के सात बैंक खातों का पता चला है, जिनमें जमा निकासी की गई है। इन खातों को सीज कराने की कार्रवाई की जा रही है।

पांच करोड़ की रकम के साथ पकड़ा था

पुलिस अधिकारियों के अनुसार 15 मार्च 2019 कृष्णानगर में इसी कंपनी का पांच करोड़ रुपया पकड़ा गया था। उस समय हरिओम व उसके सात साथी गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस के अनुसार सभी पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जा रही है। कंपनी के एमडी हरिओम यादव, बृजेन्द्र श्रीवास्तव निवासी बालकराम कॉलोनी नियांवा कोतवाली नगर अयोध्या, शैलेन्द्र सोहना सतरिख बाराबंकी, कुमार राकेश कुमार रानीखेड़ा गोसाईगंज, रुपाली गुप्ता मुंशीगंज अमेठी व राम सिंह यादव सकटू का पुरवा फरार हो गए थे, जिनकी तलाश की जा रही है।

कोट।

रियल एस्टेट के नाम पर लोगों को ठगने वाले गैंग को गोसाईगंज पुलिस ने पकड़ा है। गैंग ने करीब 550 लोगों से 59 करोड़ रुपये की ठगी की है। अभी तक 111 लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को उत्साहवर्धन के लिए 25 हजार रुपये पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा।

सुजीत पांडेय, पुलिस कमिश्नर