LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से होता है। आईसीएमआर के मुताबिक 2023 में देश में सर्वाइकल कैंसर के मरीजों की संख्या 3.4 लाख से अधिक थी। देश में हर 8 मिनट में इससे एक महिला की मौत हो रही है। वहीं यूपी में हर साल कैंसर की मरीज 10 में से 8 महिलाओं की मौत का कारण यही कैंसर है। केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल की डॉ। रेखा सचान ने बताया कि अस्पताल में सर्वाइकल कैंसर के हर माह 10 से 15 मरीज आ रहे हंै। अब यह कैंसर 35 साल तक की महिलाओं में भी मिल रहा है।

समय रहते इलाज जरूरी
डॉ। रेखा सचान के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर होने के प्रमुख कारण मल्टीपल सेक्स पार्टनर या ड्रग एब्यूजर होना है। समय रहते इसका पता चले तो अच्छा ट्रिटमेंट मिल सकता है। हालांकि, थर्ड स्टेज पर मिलने पर भी लाइफ तो बढ़ जाती है, लेकिन लाइफ क्वालिटी कम अच्छी होती है।

रोज आ रहे एक-दो केस
लोहिया संस्थान मातृ एवं शिशु रेफरल हॉस्पिटल की हेड डॉ। स्मृति अग्रवाल के मुताबिक ओपीडी में रोज 1 से 2 मरीज आ रहे हंै। जिनकी डायग्नोसिस बनाकर ऑन्कोसर्जरी या फिर एडवांस स्टेज पर आने पर रेडियोथेरेपी विभाग में भेजा जाता है। यह कैंसर अमूमन 50-60 साल वाली महिलाओं में अधिक देखने को मिलता था। वहीं, अब 30 से 32 वर्ष की उम्र में भी यह लोगों को शिकार बना रहा है।

जागरुकता की कमी
महिलाओं में अमूमन सर्वाइकल कैंसर का पता देर से चलता है। केजीएमयू में ऑन्कोसर्जरी विभाग के हेड डॉ। विजय कुमार बताते हैं कि इसका प्रमुख कारण यह है कि शुरुआत में इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। दूसरा कारण यह है कि ब्लीडिंग या गंदा पानी आता है तो महिलाएं इसको इग्नोर कर देती हैं। इसे सामान्य इन्फेक्शन समझ लेती हैं। जब मामला गंभीर हो जाता है, तभी उन्हें इसका पता चलता है। ओपीडी में हर साल ऐसे 25 से 30 मामले सामने आ रहे हैं। आने वाले अधिकतर मरीज थर्ड स्टेज वाले आ रहे हैं।

सरकार वैक्सीनेशन पर दे रही ध्यान
सर्वाईकल कैंसर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार इसकी वैक्सीन को लेकर जोर दे रही है। अंतरिम बजट में सरकार द्वारा एचपीवी वैक्सीन को बढ़ावा दिया गया है, जो मिशन इंद्रधनुष के तहत पूरी तरह से फ्री रहेगी।

ऐसे करें बचाव
- 9 से 14 वर्ष की लड़कियां वैक्सीन लगवाएं
- 21 साल की उम्र के बाद हर वर्ष स्क्रीनिंग करवाएं
- साफ-सफाई का ध्यान रखें
- कोई भी समस्या पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

ये हैं लक्षण
- गंदा पानी आना
- अनियमित खून आना
- सेक्स के बाद खून आना
- पेड़ू में दर्द
- मीनोपॉज के बाद खून आना

सर्वाइकल कैंसर भारत में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है। समय रहते इसकी जांच बेहद जरूरी है, ताकि इसका इलाज किया जा सके।
डॉ रेखा सचान, क्वीन मेरी

कम उम्र में कैंसर मिलना चिंता का विषय है। इसकी समय रहते स्क्रीनिंग कराना बेहद जरूरी है। समय से इलाज किया जाए तो बेहतर परिणाम मिलते हैं।
डॉ स्मृति अग्रवाल, हेड मातृ एवं शिशु रेफरल अस्पताल