लखनऊ (ब्यूरो)। पहली बार केजीएमयू के डॉक्टर्स द्वारा नए नंबरिंग सिस्टम टिक्कू एंड टिक्कू (टीटी) इजाद किया गया है। जिसमें पहले जहां जबड़े को चार भागों में बांटा गया था। उसे दो भागों में बांटा गया है। इससे मरीजों के साथ मेडिकल स्टूडेंट्स को भी दांतों की सही जानकारी आसानी से पता चलेगी। इंडियन जर्नल ऑफ डेंटल रिसर्च में इसे जगह दी गई है।

पुराना सिस्टम बेहद कन्फ्यूजिंग
- केजीएमयू के डेंटल विंग के डीन प्रो। एपी टिक्कू ने बताया कि अभी जो टूथ नंबरिंग सिस्टम है वो बेहद कन्फ्यूजिंग है।
- उसमें पेशेंट का हित नहीं देखा गया है। इससिस्टम के तहत जबड़े को चार भागों में बांटा गया है।
- ऊपरी और नीचे के जबड़े को दो-दो भागों में बांटा गया है। जिसे 1 से 4 तक नंबर दिया गया है।
- अगर पार्ट 4 का दूसरा दांत है तो उसे 42 लिखा जाता है। जिससे मरीज उलझन में पड़ जाता है कि दांत तो 32 होते हैं, यह 42 नंबर कहां से आ गया।

मेडिकल स्टूडेंट्स भी होते हैं कन्फ्यूज
प्रो। एपी टिक्कू ने बताया कि यह सिस्टम डॉक्टरों के समझने के लिए तो ठीक है। लेकिन, मरीजों को इससे पता ही नहीं चलता है कि समस्या कहां है। इतना ही नहीं डेंटल के जो नए स्टूडेंट्स होते हैं वो भी कई बार कन्फ्यूज हो जाते हंै। इसमें सामने के जो दो दांत हैं, उसका दायां हिस्सा 1 और बाया हिस्सा 2 में आता है। ऐसे ही नीचे वाले हिस्सों को 3 और 4 बोला जाता है। ऐसे में एक जैसे ही दांतों के नंबरों में अंतर आ जाता है।

टीटी सिस्टम तैयार किया गया
इस समस्या को ध्यान में रखते हुए नए नंबरिंग सिस्टम को खोजा गया है। जिसमें जबड़े को दो हिस्सों में बांटा गया है। अपर वन और डाउन टू बनाया है। सामने के जो दांत है वो एक जैसे नंबर है केवल केवल दायां और बायां का अंतर किया है। ऐसे में राइट-1 और लेफ्ट-1 के तहत ही दांतों को नंबरिंग दी गई है। यह ज्यादा आसान और सिंपल है।

जल्द करेंगे लागू
प्रो। टिक्कू के मुताबिक इस सिस्टम के पेटेंट के लिए अप्लाई किया गया है। जल्द ही एकेडमिक काउंसिल से अप्रूवल लेकर इसेे लागू करेंगे, क्योंकि पहली बार किसी भारतीय ने दांतों को लेकर नई नंबरिंग सिस्टम ईजाद किया है। पूरे देश में सबसे पहले यह सिस्टम केजीएमयू में लागू करने की तैयारी चल रही है। जिसके बाद धीरे-धीरे इसे पूरे भारत में लागू किया जाएंगे, ताकि पूरा सिस्टम पेशेंट फ्रेंडली हो। साथ ही स्टूडेंट्स को भी आसानी से समझ में आएगा। यह सिस्टम प्रो। एपी टिक्कू के साथ डॉ। तृप्ति टिक्कू और डॉ। सौम्या जौहरी ने तैयार किया है।