लखनऊ (ब्यूरो)। इंस्पेक्टर कृष्णानगर आलोक कुमार राय ने बताया कि पुलिस कस्टडी रिमांड पर अखिलेश ने ठगी में रिटायर सैन्य कर्मी मेजर उर्फ ओमप्रकाश और राजेश सिंह के भी शामिल होने की बात कही थी। जिसके आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में मेजर उर्फ ओमप्रकाश ने बताया कि राजेश सिंह के माध्यम से राज दुग्गल और संजय अग्रवाल से अक्टूबर 2019 में हुई थी। इन लोगों ने बताया कि एक 41 करोड़ की एफडी करानी है। जिसका कमीशन मिलेगा। एफडी के एवज में 45 लाख रुपये मिले, जिसे दोनों ने बांट लिया। वहीं उनकी निशानदेही पर पुलिस ने धोखाधड़ी से खरीदी गई कार जब्त की है।

सरकारी खातों से कराई गई थी एफडी
बैंक मैनेजर के खिलाफ 31 जनवरी 2021 को केनरा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख मनोज कुमार मीणा ने थाने में 45 करोड़ की हेराफेरी का मुकदमा दर्ज कराया था। अखिलेश कुमार मोहनलालगंज निवासी अमित तिवारी संग मिलकर यूपी सड़क हाईवे अथारिटी संग कई सरकारी व निजी लोगों के खातों की रकम की एफडी बनाकर हेराफेरी कर रहा था। इस गिरोह में आठ लोगों का नाम सामने आया है। जिसमें चार लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं।

चुनाव लड़ने की कर रहा था तैयारी
पुलिस के अनुसार पूछताछ में सामने आया है कि ओमप्रकाश गाजीपुर की जखनिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था, लेकिन किसी पार्टी से टिकट नहीं मिला।