- अगले महीने लगेगी पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रदर्शनी

- खरीद व बिक्री के लिए बी2बी और बी2सी मी¨टग भी होगी

रुष्टयहृह्रङ्ख : अन्य देशों से निवेश आकर्षित करने के साथ ही उत्तरप्रदेश सरकार यहां के उत्पादों की ब्रां¨डग दुनिया भर में करना चाहती है। कारोबार बढ़ाने के इन प्रयासों में बड़ा कदम उठाते हुए 'एक जिला एक उत्पाद' योजना में शामिल खास उत्पादों की पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रदर्शनी अक्टूबर में लगाई जा रही है, जिसमें 50 देशों के खरीदार जुड़ेंगे। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग का दावा है कि कोरोना काल में इस तरह की यह देश की पहली प्रदर्शनी होगी।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड-19 से प्रभावित एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) उद्यमियों और कारीगरों को बाजार मुहैया कराने के लिए अगले माह अक्टूबर में पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ओडीओपी वर्चुअल प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 50 से अधिक देशों के खरीदारों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में खरीदार और विक्रेता के लिए बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) और बिजनेस टू कस्टमर (बी2सी) यानी कारोबारियों और ग्राहकों के बीच संवाद के लिए 25 हजार स्टॉल ऑनलाइन उपलब्ध होंगे।

इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर देशी-विदेशी खरीदार सीधे ओडीओपी उद्यमियों और कारीगरों से संपर्क कर उत्पाद खरीद सकेंगे। साथ ही आम लोग भी इसे खरीद सकेंगे। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदर्शनी का आयोजन फिक्की और हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के सहयोग से किया जाएगा। इसमें आगरा और कानपुर के फुटवियर, लखनऊ के चिकन वस्त्रों, कन्नौज का इत्र, गोरखपुर का टेराकोटा, मुरादाबाद का धातु शिल्प, वाराणसी का रेशम और भदोही के कालीन जैसे उत्पाद प्रमुखता से शामिल किए जाएंगे। बुधवार को कैसरबाग स्थित निर्यात प्रोत्साहन भवन में प्रदर्शनी की तैयारियों की समीक्षा कर डॉ.सहगल ने अधिकारियों को निर्देश दिए और कुछ उद्यमियों से ऑनलाइन वार्ता भी की।