- 18 मंडल के एक जिले में बन चुकी है हर्बल रोड

- 38 हजार हर्बल और आयुर्वेदिक पौधे अब तक लगाए जा चुके

- 30 प्रजातियों के लगाए जा रहे हैं पौधे

- 800 किमी। के दायरे में विकसित हो रहा हर्बल कार्नर

- प्रदेश की सड़कों को हर्बल बनाने की योजना पूरी

- सड़कों के दोनों तरफ इम्युनिटी बढ़ाने वाले लगाए जा रहे पौधे

- पीपल,नीम, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा समेत कई प्रजातियों के लगा रहे पौधे

LUCKNOW कोरोना के इस दौर में यूपी की सड़कों पर अब इम्युनिटी का डोज मिलेगा। योगी सरकार ने प्रदेश की 175 सड़कों को हर्बल बनाने की योजना पूरी कर ली है। इसके तहत पीपल, नीम, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा सरीखे 30 प्रजातियों के 38 हजार से ज्यादा हर्बल और आयुर्वेदिक पौधे सड़कों के दोनों तरफ लगाए गए हैं।

पॉल्यूशन-बीमारियों पर वार

ये हर्बल पौधे सड़कों पर प्रदूषण कम करने के साथ ही संक्रामक बीमारियों का रास्ता भी रोकेंगे। कोरोना जैसी किसी भी संक्रामक बीमारी से पार पाने के लिए राज्य सरकार की रणनीति लोगों की इम्युनिटी मजबूत करने की है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ सड़कों को हर्बल मार्ग के तौर पर विकसित करने के निर्देश दिए थे।

लोक निर्माण विभाग ने पूरा किया काम

योजना के तहत प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो समेत राज्य सरकार की सड़कों को चिन्हित कर दोनों तरफ पीपल, नीम, गिलोई, मेंथा, लेमन ग्रास, भ्रिंगराज, मुई, आंवला, ब्राहमी, तुलसी, अनंतमूल, ग्वारपाठ, अश्वगंधा और हल्दी जैसे आयुर्वेदिक और हर्बल पौधे लगाने के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल इस योजना पर लोक निर्माण विभाग ने काम पूरा कर लिया है। लोक निर्माण विभाग के मुताबिक योजना में 18 मंडलों के जिलों से एक सड़क को हर्बल मार्ग के तौर पर विकसित किया गया है।

मार्ग के किनारे मिलेंगे ये पौधे

मासपर्णी

सप्तपर्णी

जत्रोफा

जलनीम

छोटा नीम

सहजन

पीपल

मिलोई

मेंथा

आंवला

ब्राहृमी

तुलसी

अनंतमूल

हल्दी।

कोई अतिरिक्त खर्च नहीं

तकरीबन 800 किमी। की हर्बल मार्ग योजना की खास बात यह भी रही कि लोकनिर्माण विभाग ने बिना किसी अतिरिक्त खर्च के इस योजना को अंजाम तक पहुंचा दिया। पीब्ल्यूडी के अधिकारियों के मुताबिक विभाग में मौजूद संसाधनों और कर्मचारियों के सहयोग से बिना किसी अतिरिक्त बजट के इस योजना को पूरा किया गया है। पौधे तैयार करने उनकी रोपाई और देखभाल के लिए विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर तैयार किया गया है।

प्रदेश के प्रमुख हर्बल मार्ग

1-लखनऊ- चंद्रिका देवी बीकेटी कुम्हरांवा मार्ग

2-गोरखपुर-गोरखपुर देवरिया उपमार्ग

3-प्रयागराज-रीवा रोड से पुराना यमुनापुल वाया ओमेक्स सिटी मिर्जापुर मार्ग तक

4-आगरा- आगरा बिचपुरी अछनेरा रोड

5-अलीगढ़-अलीगढ़ राया मथुरा मार्ग के किमी 8 से सिधारपुर

6-आजमगढ़- कप्तानगंज महराजगंज मार्ग

7-अयोध्या- पंचकोसी परिक्रमा मार्ग

8-गोंडा- सर्किट हाउस से गोंडा बहराइच मार्ग तक

9-झांसी- झांसी बालाजी उन्नाव मार्ग

10-कानपुर नगर- गंगा के दाहिने मार्जिनल बांध पर बैराज से मंधना तक

11-मेरठ- मेरठ बड़ोत मार्ग

12-मुरादाबाद- दिल्ली बरेली लखनऊ राजमार्ग

13-वाराणसी- आशापुर से म्यूजियम मार्ग

14-मिर्जापुर-चील्ह गोपीगंज मार्ग

वर्जन

यूपी की सड़कों को हर्बल बनाने का काम लगभग अंतिम चरण में है। इस कदम को उठाने का मुख्य उद्देश्य लोगों की इम्युनिटी को बेहतर करने के साथ ही पर्यावरण को शुद्ध रखना है।

नितिन गोकरन, प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग