लखनऊ (ब्यूरो)। हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध गुरुवार को राजधानी में देखने को मिला। शहर की सड़कों पर हजारों की संख्या में वकील उतर आए। लगभग पांच घंटे के प्रदर्शन के दौरान वकीलों ने स्वास्थ्य भवन चौराहे पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर पुतला फूंका। इस दौरान उनकी पुलिस और मीडियाकर्मियों से झड़प भी हुई। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने दर्जनों वकीलों को हिरासत में लेकर गाड़ी में भरा और पुलिस रिजर्व लाइन ले गई। वकीलों के बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए परिवर्तन चौक की तरफ जाने वाले सभी मार्गों को बंद कराया गया और सड़कों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।

हजारों की संख्या में उतरे वकील

वकीलों के प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस ने स्वास्थ्य भवन के आसपास व हजरतगंज चौराहे को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया। दोपहर करीब डेढ़ बजे ग्लोब पार्क तिराहे पर हजारों की संख्या में वकील मौजूद थे। वकीलों का एक-गुट सरकार का पुतला लेकर पहुंचा। पुलिस बल ने वकीलों से पुतला छीनने की कोशिश की, लेकिन नाराज वकीलों ने पुतले में आग लगा दी और फिर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद वकीलों का हुजूम परिवर्तन चौक की तरफ बढ़ने लगा। पुलिस की कड़ी घेराबंदी के बावजूद बड़ी संख्या में वकील हजरतगंज चौराहे तक पहुंचने में सफल रहे।

घंटों ट्रैफिक जाम, लोग परेशान

वकीलों के प्रदर्शन से आस-पास के सभी मार्गों को ब्लॉक कर शहर के ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। इस दौरान हजरतगंज चौराहे से परिवर्तन चौक के बीच सभी रास्तों पर भयंकर जाम लग गया। जाम में स्कूली बच्चों के अलावा कई एंबुलेंस भी फंसी रहीं। करीब दो घंटे तक लोगों को परेशानी हुई।

मोबाइल और कैमरे तोड़े

वकीलों का हुजूम नारेबाजी करते हुए मकबरा सआदत अली के पास पहुंच गया। मौजूद पुलिस बल ने हुजूम को रोकने का प्रयास किया तो वकील बैरिकेडिंग तोड़ परिवर्तन चौक तक पहुंच गए। केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास भी पुलिस ने वकीलों को रोकने की कोशिश की तो वकील उग्र हो गए और धक्का-मुक्की करते हुए हजरतगंज चौराहे की तरफ बढ़ने लगे। इस बीच मीडियाकर्मियों से बदसुलूकी कर कई फोटोग्राफरों के मोबाइल और कैमरे छीन कर तोड़ दिए। वहीं, पुलिस हिरासत में लिए गए वकीलों को करीब एक घंटे बाद छोड़ दिया।

हाथापाई की आई नौबत

हजरतगंज चौराहे पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल अपनी टीम के संग मौजूद थे। पुलिस ने पहले से बैरिकेडिंग लगा रखी थी। नारेबाजी करते हुए वकील जैसे ही हजरतगंज चौराहे पहुंचे पुलिस बल ने उनको आगे बढ़ने से रोक दिया। हजरतगंज चौराहे पर वकीलों व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। नौबत हाथापाई तक आ गई। पुलिस ने किसी तरह वकीलों को समझा-बुझाकर हजरतगंज चौराहे से वापस लौटाया। शाम तक अधिवक्ता स्वास्थ्य भवन चौराहे पर जमा रहे और विरोध प्रदर्शन करते रहे।

ये रखी गई मांगे

- वकीलों पर हुए झूठे मुकदमे को खत्म किया जाए

- एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर प्रदेश में लागू किया जाए

- हापुड़ के घायल वकीलों को तुरंत मुआवजा दिया जाए

- डीएम व पुलिस अधीक्षक हापुड़ को हटाया जाए

- लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज हो

इसलिए हुआ हंगामा

बीते 25 अगस्त को महिला वकील प्रियंका त्यागी अपने पिता और दो लोगों के साथ हापुड़ से गाजियाबाद जा रही थीं। इस दौरान गढ़ रोड के पास एक सिपाही की बाइक वकील की कार से टकराई और दोनों में कहासुनी हुई। सिपाही का आरोप था कि वह ड्यूटी पर थाने जा रहा था तभी कार ने हॉर्न बजाया, उसने कार को पास दे दिया लेकिन कार रुक गई। जिसमें से उतरी महिला वकील और उसके साथियों ने मारपीट शुरू कर दी। सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने प्रियंका और उनके पिता के खिलाफ सरकारी काम में बाधा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर दिया।