- एसटीएफ ने बिहार से तस्करी कर लखनऊ में असलहे बेचने वाले गैंग का किया राजफाश

- चार अवैध पिस्टल, आठ मैगजीन, दो मोबाइल फोन बरामद

LUCKNOW :

30 हजार दीजिए और सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल आपके हाथ में। कुछ ऐसा ही खेल कर रहे तीन तस्करों को एसटीएफ की टीम ने दबोच लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार अवैध पिस्टल, आठ मैगजीन, दो मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे हर माह 25 से 30 पिस्टल प्रदेश के विभिन्न शहरों में बेच देते थे।

घेराबंदी कर दबोच लिया

प्रभारी एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, बीते दिनों सूचना मिली कि राजधानी में अवैध असलहों की तस्करी कर बेचने वाला गैंग एक्टिव है जो बिहार से असलहे लाकर बेच रहा है। इस सूचना पर एएसपी राजेश सिंह और उनकी टीम को जुटाया गया। सोमवार को टीम को इंफॉर्मेशन मिली कि अवैध असलहों के तस्कर चिनहट स्थित इंदिरा नहर के पास आने वाले हैं। जिस पर टीम ने वहां ट्रैप लगाया और तीन तस्करों टूंडला निवासी विनय कुमार, आदित्य प्रताप वैश्य और फिरोजाबाद निवासी बंशी ठाकुर को अरेस्ट कर लिया।

हर पिस्टल में तीन गुना मुनाफा

एसटीएफ टीम ने आरोपियों के कब्जे से चार अवैध पिस्टल, आठ मैगजीन, दो मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद किया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे बिहार के मुंगेर से पिस्टल खरीद कर लाते हैं। वहां एक पिस्टल 10 हजार रुपये की मिलती है। जबकि, उसे राजधानी समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में 30 हजार में बेचते हैं। आरोपियों ने बताया कि उन लोगों ने विभिन्न जिलों में पिस्टल बेचने के लिये एजेंट भी बना रखे हैं, जिन्हें पिस्टल पहुंचा दी जाती हैं और वे आगे ग्राहक तलाश कर उन्हें अपना कमीशन जोड़ कर बेच देते हैं। आरोपियों ने बताया कि वे अब तक सैकड़ों पिस्टल की बिक्री कर चुके हैं।