254 नेनो मीटर तक की शॉर्ट वेवलेंथ

2020 अक्टूबर में मिली थी मंजूरी

40 फीसद कम होती है सेनेटाइजेशन की लागत

30 मिनट में पूरी मेट्रो ट्रेन हो जाती है सेनेटाइज

- लखनऊ मेट्रो ने शुरू किया अल्ट्रावॉयलेट किरणों से मेट्रो ट्रेन का सेनेटाइजेशन

- न्यूयॉर्क के बाद देश की पहली मेट्रो जहां यूवी किरणों से हो रहा सेनेटाइजेशन

LUCKNOW मेट्रो का सफर अब और भी सुरक्षित हो गया है, वजह यह है कि मेट्रो के अंदर कोरोना समेत कोई भी वायरस अब एक्टिवेट नहीं हो सकेगा। जिससे मेट्रो में सफर करने वाले यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे।

यह है वजह

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अल्ट्रावॉयलेट (पराबैंगनी किरणों) से मेट्रो कोच को सेनेटाइज करने वाली भारत की पहली मेट्रो सेवा बन गई है। न्यूयॉर्क मेट्रो ने सबसे पहले इस प्रणाली का सफल परीक्षण किया है, जिसके बाद यूपी मेट्रो ने इस तकनीक को अपनाया है।

पूरी ट्रेन सेनेटाइज

यूपीएमआरसी ने पूरी ट्रेन को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से सेनेटाइज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लखनऊ मेट्रो ने सेनेटाइजेशन उपकरण बनाने वाली एक निजी कंपनी के साथ मिलकर यूवी लैंप विकसित किया है, जो कि पराबैगनी कीटाणुनाशक विकिरण प्रणाली पर काम करता है।

सूक्ष्म कीटाणुओं पर वार

इस उपकरण में 254 नेनो मीटर तक की शॉर्ट वेवलेंथ वाली अल्ट्रवॉयलेट सी किरणों के जरिए सूक्ष्म कीटाणुओं को नष्ट किया जाता है। ये किरणें इन सूक्ष्म जीवों के डीएनए व न्यूक्लीक एसिड को नष्ट करती हैं। अक्टूबर 2020 में इस उपकरण को डीआरडीओ से मंजूरी मिली थी। इस उपकरण को यूज करने में खर्च भी कम आता है। यूवी लैंप से सेनेटाइजेशन सोडियम हाइपोक्लोराइट की तुलना में सस्ता है। एक आंकड़े के मुताबिक यूवी लैंप से सेनेटाइजेशन से लागत 40 फीसद तक कम हो जाती है।

बाक्स

30 मिनट में सेनेटाइजेशन

इस उपकरण से 30 मिनट में एक मेट्रो ट्रेन के सभी कोच सेनेटाइज किए जा सकते हैं। रिमोट से संचालित इस उपकरण को ऑन करते ही एक मिनट में मशीन से रेडिएशन शुरू हो जाता है। गौरतलब है कि चिकित्सा क्षेत्र में ऑपरेशन थियेटर को सेनेटाइज करने के लिए इसी किस्म के उपकरण का यूज किया जाता है।

वर्जन

यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा हमारी पहली प्राथमिकता है। हमने पूरी ट्रेन को यूवी रेडिएशन से सेनेटाइज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस नई पहल से हम जनता को एक सुरक्षित सफर का आश्वासन देते हैं।

- कुमार केशव, प्रबंध निदेशक, यूपीएमआरसी