लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के केजीएमयू, सिविल और लोहिया जैसे कई सरकारी हॉस्पिटल के बाहर जालसाज 'गार्ड गैैंग' के शातिर मेंबर्स एक्टिव हैं, जो खासतौर वहां इलाज कराने आने वाले बुजुर्ग, बीमार और महिलाओं को टारगेट करते हैं। वे उन्हें मदद करने के नाम पर अपने जाल में फंसाते हैं। गार्ड की वर्दी पहना होने के चलते लोग उनके जाल में आसानी से फंस जाते हैं। फिर मौका पाकर वे कैश, ज्वैलरी व अन्य कीमती सामान लेकर गायब हो जाते हैं। केजीएमयू के बाहर यह गार्ड गैैंग सबसे ज्यादा एक्टिव है। यहां हर दिन गांव व बाहरी जिलों से हजारों की संख्या में मरीज व तीमारदार आते हैं, जो इस गार्ड गैैंग के टारगेट पर रहते हैं। बाराबंकी से इलाज के लिए आई एक महिला को अपने जाल में फंसा ये ठग उसका कैश व ज्वैलरी लेकर गायब हो गए। महिला ने चौक थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

गार्ड की वर्दी देख किया विश्वास

बाराबंकी के विजयनगर निवासी स्नेहलता वर्मा ने बताया कि वह मां शांति वर्मा को ङ्क्षकग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के डेंटल डिपार्टर्मेंट में दिखाने आई थीं। चलने में असमर्थ मां को सीढ़ियों के पास बैठा कर वह पर्चा बनवाने चली गईं। दोपहर करीब 12.30 बजे गार्ड की ड्रेस में एक व्यक्ति मां के पास पहुंचा। उसने कहा कि आपकी बेटी ने भेजा है, अपना पर्स और पहने हुए ज्वैलरी दे दीजिए। इलाज के दौरान ज्वैलरी पहनने की अनुमति नहीं है। इस तरह आरोपित ने मां के गले की चेन, झुमकी, पायल, बिछिया और पर्स समेत 10 हजार रुपये लेकर गेट नंबर तीन की तरफ भाग गया। केजीएमयू पुलिस चौकी इंचार्ज के मुताबिक, स्नेहलता के भाई रङ्क्षवद्र कुमार वर्मा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

पीड़ित को नहीं दिखाई जाती फुटेज

रङ्क्षवद्र कुमार ने बताया कि वारदात वाली जगह पर सीसी कैमरा नहीं लगा है। बाहर की तरफ कैमरे लगे हैं। गार्ड से कंप्लेन की तो उसने कहा कि हमारी ड्यूटी खत्म हो गई है। फुटेज मांगने पर गार्ड ने रङ्क्षवद्र को डेढ़ घंटे की फुटेज देकर कहा कि आप आराम से बैठकर देखिए, हम जा रहे हैं, जबकि आरोपी गार्ड की वर्दी में ही था।

मरीजों व तीमारदारों को फोन चोरी

केजीएमयू में इलाज कराने आए कुलदीप और राम कुमार ने भी मोबाइल चोरी होने का आरोप लगाया है। दोनों ने बताया कि करीब 12 दिन पूर्व उनके मोबाइल अस्पताल में इलाज के दौरान बेड से चोरी हुए थे। केजीएमयू प्रशासन की ओर से सीसी कैमरे की फुटेज तक नहीं दिखाई जा रही है। आरोपी वारदात करने के बाद दो नंबर गेट की ओर से निकल जाते हैं। इसी तरह, एक टप्पेबाज ने खुद की जरूरत बताकर तीमारदार जानकीपुरम निवासी शिव कुमार मिश्रा का मोबाइल बात करने के लिए मांगा और फरार हो गया। ओम प्रकाश ने जब एक राहगीर से लेकर अपने नंबर पर फोन किया तो टप्पेबाज ने मोबाइल वापस करने के एवज में दो हजार रुपये की मांग की थी।

बाइक भी हो गई चोरी

कानपुर के ट्रांसपोर्ट नगर से अपने चाचा का इलाज कराने आए तीमारदार प्रेम कुमार की बाइक केजीएमयू गेट नंबर दो के पास डेंटल डिपार्टमेंट के बाहर से चोरी हो गई थी। हालांकि, बाद में चौकी पुलिस की मदद से बाइक बरामद हो गई थी।

पहले भी गार्ड कर चुके हैं वारदात

केजीएमयू में गार्ड ने पति का इलाज करने आई महिला से रेप किया था। केस दर्ज होने के बाद काफी हंगामा भी हुआ था, जिसके बाद गार्ड एजेंसी को भी चेंज कर दिया गया था। कई बार गार्ड की वर्दी में मदद करने के बहाने लोगों को पैसा वसूल कर भी गायब हो जाते हैं।