लखनऊ (ब्यूरो)। तीन दिन पहले दिल्ली की स्पेशल सेल ने आतंकी रिजवान को राजधानी के सआदतगंज से गिरफ्तार किया था। आतंकी के गिरफ्तार होने के बाद अब एनआईए की भी केस में एंट्री हो गई है। कैंपवेल रोड स्थित घर से लेकर उसकी आने-जाने वाले सभी जगहों पर एनआईए की नजर है। आतंकी रिजवान की शहर में एंट्री होने से लेकर अन्य आतंकियों से रिजवान के कनेक्शन का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। पहले पकड़े गए आंतकियों से भी रिजवान का लिंक तलाशा जा रहा है। उसके दस्तावेजों और मोबाइन नंबर के आधार पर भी डिटेल खंगाल रही हैं।

एटीएस खंगाल रहा रूट मैप
आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। यूपी एसटीएफ की टीम भी आतंकी रिजवान की कुंडली खंगालने में जुट गई है। एडिशनल एसपी के सुपरविजन में एक टीम आतंकी रिजवान से पूछताछ कर रही है। वहीं, दूसरी टीम की अबतक की जांच में सामने आया कि रिजवान ने प्रयागराज रूट से शहर में एंट्री की थी। पिछले आठ दिनों से वह सआदतगंज में पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा था। वह पिछले आठ दिनों में शहर के किन-किन जगहों पर गया, इन जगहों की जानकारी आईएस को तो नहीं भेजी, इन सभी सवालों को लेकर यूपी एटीएस जांच कर रही है।

इन रूटों की भी जांच
यूपी एटीएस को पता चला है कि आतंकी रिजवान मूलरूप से फतेहपुर के खैलदार मोहल्ले का रहने वाला है। जबकि उसने अपनी पढ़ाई आजमगढ़ से पूरी की है। इसके अलावा जब वह लखनऊ कमरा लेने आया तो उसने खुद को प्रयागराज के नैनी का रहने वाला बताया। आतंकी रिजवान को लेकर यह जानकारी भी सामने आ रही है कि वह आयोध्या, बनारस रूट पर भी उसकी नजर थी। ऐसे में यूपी एटीएस अब उसके घर से लेकर सभी रूटों की मैपिंग कर रही है। जिससे पता लगाया जा सके आखिर रिजवान राजधानी में रहते हुए और किन-किन रूटों पर गया है।

आखिर लखनऊ ही क्यों?
आतंकी रिजवान के राजधानी से गिरफ्तार होने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। यूपी एटीएस जांच कर रही है कि आखिर उसने प्रयागराज के बाद लखनऊ में अपना ठिकाना क्यों बनाया? क्या रिजवान लखनऊ में कोई बड़ी वारदात करने वाला था? लखनऊ से रिजवान का कनेक्शन क्या है? क्या रिजवान अकेला यहां ठहरा है या फिर उसका कोई साथी भी है? यहां आने के बाद वह किन-किन जगहों पर अपना ठिकाना बनाया? इन तमाम सवालों का जवाब यूपी एटीएस खंगाल रही है।

जीशान से खंगाला जा रहा कनेक्शन
सितंबर 2021 में प्रयागराज के करेली निवासी आतंकी जीशान को स्पेशल सेल और आतंकवाद निरोधक दस्ता ने गिरफ्तार किया था। जीशान ने नैनी के एक फार्म हाउस में हथियारों का जखीरा छिपा रखा था। पूछताछ में पता चला था कि वह पाकिस्तानी सेना से आतंकी हमलों की ट्रेनिंग लेकर यहां आया था। वहीं, सआदतगंज से पकड़ा गया आतंकी रिजवान भी प्रयागराज के नैनी में रहकर आया है। इस आधार पर जांच एजेंसियां जीशान से भी रिजवान का कनेक्शन खंगाल रही है।

पहले भी पकड़े गए आतंकी
केस-1
जुलाई 2021 को दुबग्गा चौराहे के पास सीते विहार कॉलोनी से दो आतंकियों शहीद और वसीम को गिरफ्तार किया गया था। दोनों के पास से दो प्रेशर कुकर बम, अर्धनिर्मित बम के साथ ही सात से आठ किलो विस्फोटक, कई पिस्टल तथा अन्य प्रतिबंधित सामान मिला था। इनकी योजना लखनऊ में एक सांसद के साथ अन्य भाजपा नेताओं को बम विस्फोट से उड़ाने की थी।

केस-2
मार्च 2017 को ठाकुरगंज इलाके में एटीएस के ऑपरेशन ने सनसनी फैला दी थी। एटीएस के इस ऑपरेशन में आईएस का एक आतंकी सैफुल्ला ढेर कर दिया गया था। एक आतंकी को मारने में एटीएस को करीब 11 घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी। इस ऑपरेशन के तार मध्यप्रदेश के ट्रेन बम धमाके से जुड़ा हुआ पाया गया। इसी संदर्भ में कानपुर और इटावा से भी गिरफ्तारियां हुई थीं।