लखनऊ (ब्यूरो)। पिछले दस साल में घर से 7536 बच्चे लापता हुए थे। हालांकि पुलिस ने 7440 बच्चों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचा दिया लेकिन आज तक 96 लापता बच्चों का कोई पता नहीं चल सका है। उनके परिजन आज भी उनकी वापसी व सलामती के लिए दुआ मांगते हैं। 2013 से 2017 के बीच गायब हुए बच्चों में सिर्फ 6 बच्चों को अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन 2018 से लापता हुए बच्चों में 76 अभी भी लापता हैैं।
मिलकर हो रही वर्किंग
किशोर न्याय बोर्ड व बाल संरक्षण कमेटी के साथ-साथ चाइल्ड लाइन, मानव तस्करी एजेंसी समेत कई ऐसी संस्था हैं जो लापता बच्चों के लिए काम कर रही हैैं। सभी का दावा भी है कि बड़े पैमाने पर लापता बच्चों को रिकवर हो रही है।
18 वर्ष तक के बच्चे लापता
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पिछले दस साल में 0 से 18 वर्ष तक के 7536 बच्चे लापता हुए हैं और उनकी थानों में गुमशुदगी भी दर्ज की गई। पुलिस की पहल से 7440 बच्चों को बरामद कर लिया गया लेकिन आज भी 96 बच्चे गायब हैं।
बस खानापूर्ति तक कार्रवाई
कई मामलों में बच्चों के गुमशुदगी की रिपोर्ट भले ही दर्ज कर ली जाती है लेकिन उनकी तलाश में उनके प्रयास नाकाफी होते हैं। पुलिस की वेबसाइट पर ऑनलाइन बच्चों की डिटेल जरूर डाल दी जाती है ताकि किसी को कोई सूचना मिले तो वह संपर्क कर सके। हालांकि उनकी तलाश के लिए पुलिस का इंवेस्टिगेशन पार्ट हर बार मिस रहता है।

मेल
वर्ष गुमशुदा बरामद लापता
2018 273 273 00
2019 250 244 06
2020 148 141 07
2021 133 110 23
2022 10 05 05
(अब तक)

फीमेल
वर्ष गुमशुदा बरामद लापता
2018 310 306 04
2019 260 253 07
2020 151 149 02
2021 195 166 29
2022 13 08 05
(अब तक)