लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के लिए लाइब्रेरी की सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रही है। बीते सालों में सुविधाएं बढ़ी भी हैं, चाहे वह साइबर लाइब्रेरी में कंप्यूटर की व्यवस्था हो या स्टूडेंट्स को ई-बुक्स, ई-जर्नल्स और दूसरा ई-कंटेंट देना हो। बावजूद इसके कई समस्याएं भी बनी हुई हैं

एसी की सुविधा नहीं

स्टूडेंट्स ने बताया कि यहां सबसे पुरानी टैगोर लाइब्रेरी में रीडिंग रूम में एसी की सुविधा नहीं है। इसके साथ ही साइबर लाइब्रेरी में वाई-फाई की सुविधा दी गई है, लेकिन अक्सर ही वाई-फाई चलता नहीं है। वहीं, स्टूडेंट्स ने अक्सर कंप्यूटर खराब होने की समस्या भी बताई है। उनका कहना है कि साइबर लाइब्रेरी में 538 के करीब कंप्यूटर्स इंस्टॉल किए गए हैं, जिनमें से कई खराब ही रहते हैं।

रीडिंग रूम में एसी नहीं

एलयू के मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट में एमजेएमसी फर्स्ट ईयर के एक स्टूडेंट ने बताया कि टैगोर लाइब्रेरी का रीडिंग रूम गर्मियों में तपता है। इसमें एसी की व्यवस्था नहीं है। जो पंखे इंस्टॉल हैं वे काफी पुराने हैं। मार्च तक कोई समस्या नहीं आएगी, लेकिन मार्च के बाद दिक्कतें बढ़ जाती हैं। छात्र ने शौचालयों की साफ-सफाई और आरओ को भी समस्या बताई।

वाई-फाई कनेक्शन गड़बड़

कैलाश हॉस्टल में एमए फर्स्ट ईयर की एक छात्रा का कहना है कि एलयू में लाइब्रेरी की सुविधा ठीक है। 75 रुपये के टैगोर लाइब्रेरी के कार्ड से ही टैगोर व साइबर दोनों की लाइब्रेरी का लाभ उठाया जा सकता है, लेकिन साइबर लाइब्रेरी में वाई-फाई की दिक्कत बनी रहती है। यहां वाई-फाई चलता नहीं है। साइबर लाइब्रेरी यूजी में आए दिन ऐसी की समस्या बनी रहती है। पहले यहां पंखे भी इंस्टॉल नहीं थे। प्रशासन से मांग के बाद पंखे इंस्टॉल किए गए हैं। छात्रा का कहना है कि कुछ स्टूडेंट्स पढ़ने के साथ कॉम्पिटीटिव एग्जाम की भी तैयारी कर रहे हैं। उनके पास स्टडी के लिए लाइब्रेरी ही एक विकल्प है, लेकिन यहां पर लेटेस्ट एडिशन की किताब की किल्लत रहती है।

सुविधाओं को दुरुस्त करें

एलयू छात्रनेता प्रिंस प्रकाश ने बताया कि लाइब्रेरी में काफी सुविधाएं एलयू ने दी हैं। कुछ सुविधाओं के लिए हमने धरना प्रदर्शन करके ज्ञापन देकर उसे सुधरवाया है। मई में छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने लाइब्रेरी का समय बढ़ाने, लाइब्रेरी को 24 घंटे खोले जाने, स्वच्छ पानी, इंटरनेट व फोटोकॉपी के रेट कम करने के लिए प्रदर्शन किया था। इसके अलावा एक महीने से इंटरनेट ठप्प होना और कंप्यूटर खराब होने की बड़ी समस्या पर भी एलयू प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद कुछ कार्यवाही भी की गई थी।

कई काम भी हो रहे

टैगोर लाइब्रेरी के पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ। डीआर साहू ने बताया कि हाल ही में हमने साइबर लाइब्रेरी के हॉल में पंखे इंस्टॉल करवाए हैं। इसके अलावा टैगोर लाइब्रेरी के रीडिंग रूम में भी हम एग्जॉस्ट फैन लगवा कर बेहतर वेंटीलेशन कराने की व्यवस्था कर रहे हैं। हॉल बहुत पुराना है और यहां एसी इंस्टॉल कराना संभव नहीं है। ऐसे में छात्रों की सुविधाओं के लिए इस व्यवस्था पर काम चल रहा है।

सुविधाएं देने का हो रहा प्रयास

डॉ। साहू के मुताबिक, हमने लाइब्रेरी का समय बढ़ाकर सुबह 8 से शाम 7 बजे तक कर दिया है। लाइब्रेरी की बुक्स का रखरखाव हर्बल प्रोसीजर से किया जा रहा है, जिससे बुक्स भी सुरक्षित रहें और पेस्टीसाइड के नुकसान से भी उन्हें बचाया जा सके। इसके अलावा हम लोग विभागों की लाइब्रेरी को टैगोर लाइब्रेरी से जोड़ रहे हैं। कुछ किताबें जो सिर्फ लाइब्रेरी में मिलती हैं, उन्हें विभागों की लाइब्रेरी और विभागाध्यक्ष को दिया जा रहा है ताकि जो बच्चे कार्ड नहीं बनवा पाए हैं, वे विभाग में उन किताबों का लाभ ले सकें।

अन्य स्टूडेंट्स भी ले सकते हैं लाभ

लाइब्रेरी का लाभ एलयू के स्टूडेंट्स के अलावा अन्य स्टूडेंट्स व वर्किंग प्रोफेशनल भी लाइब्रेरी की किताबों को पढ़ सकेंगे। हम ओपन फॉर ऑल की सुविधा दे रहे हैं। इसके अलावा हमारे पास जो ऑडिटोरियम उपलब्ध है, हम उसका इस्तेमाल टीचर्स की पुस्तक विमोचन या अन्य लेखकों की पुस्तक विमोचन के लिए शुरू करने की योजना बना रहे हैं। यह सुविधा भी ओपन फॉर ऑल रहेगी। इसके अलावा हम एक ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं, जिसमें एक शिक्षक गैलरी बनाएंगे, जहां उनकी किताबें और उनके रिसर्च पेपर शामिल करेंगे, ताकि स्टूडेंट्स उनके काम को पढ़ सकें।