लखनऊ (ब्यूरो)। मार्टिन का पुरवा में रविकुमार पत्नी सौम्या सिंह, बेटी अंशु और बेटे विराट के साथ रहते थे। रोज की तरह रवि ड्यूटी पर गया था। देर रात रवि काम से वापस आया तो खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने खिड़की से अंदर देखा। वहां पत्नी और उसके दोनों बच्चे कमरे में लोहे की ग्रिल से दुपट्टे के सहारे फंदे पर लटके थे। शोर मचाने पर आसपास के लोग आए और पुुलिस बुलाई गई। दरवाजा तोड़कर तीनों को फंदे से उतारा गया।

हंसता-खेलता परिवार था
रवि ने पुलिस को बताया कि वह जिमखाना क्लब में वेटर का काम करता है और यहां एक साल से किराए पर रह रहा है। शाम का नाश्ता पत्नी और बच्चों के साथ किया था। सभी खुश थी, लग ही नहीं रहा था कि सौम्या ऐसा करने वाली है। खुद तो छोड़कर चली ही गई साथ ही बच्चों को भी ले गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि सौम्या आए दिन रवि को अच्छे काम करने और अच्छे से रहने को कहती थी, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा था।

2020 में हुई थी शादी
रवि के बड़े भाई चन्द्रशेखर ने बताया कि रवि और सौम्या की शादी की फरवरी 2020 में बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई थी। कुछ समय बाद दोनों लखनऊ आ गए थे। रवि की नौकरी जिमखाना क्लब में लग गई थी। कभी-कभी बातचीत हो जाती थी, लेकिन यह लगा ही नहीं कि उनके घर में ऐसा भूचाल आ जाएगा।

पीएम रिपोर्ट से होगा खुलासा
पुलिस के मुताबिक, कमरे में एंट्री करते ही सबसे पहले विराट, सौम्या और फिर अंशु को फंदे से लटकते मिले। पुलिस अब इस बात का पता करने में जुट गई है कि बच्चों को फांसी से लटकाया गया है या फिर उनका गला दबाने के बाद फांसी से लटकाया गया है। गौतमपल्ली थाना प्रभारी रिकेश कुमार सिंह का कहना है कि हत्या या आत्महत्या के कारणों का खुलासा पीएम रिपोर्ट से होगा।

मां बेटे और बेटी के आत्महत्या का मामला संज्ञान में आया है। मामले में सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। शुरूआती जांच में पारिवारिक कलह की बात सामने आई है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल