निर्माण एजेंसी का दावा, 31 दिसंबर तक पूरा होगा काम

Meerut : निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा का दावा है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का 78 फीसद काम पूरा हो चुका है। केवल परतापुर इंटरचेंज समेत अंडरपास के करीब और एक्सप्रेस-वे पर छूटे हुए छोटे-छोटे 13 गैप जोड़ने बाकी हैं। किसान आंदोलन की अड़चन न रही तो 31 दिसंबर तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा हो जाएगा।

ये चल रहा कार्य

मेरठ से डासना तक एक्सप्रेस-वे पर काम की प्रगति पर नजर डालें तो परतापुर इंटरचेंज पर काफी तेजी से आरई वाल खड़ी करने का काम हो रहा है। परतापुर रेलवे ओवरब्रिज से लेकर दिल्ली रोड फ्लाईओवर के बीच और बड़े अंडरपास से हरिद्वार वाले रास्ते पर मिट्टी भराव युद्धस्तर पर जारी है। काशी टोल प्लाजा के पास काम अंतिम दौर में है। वहीं, कुशलिया से डासना तक आठ स्थानों पर एक्सप्रेस-वे पर छोटे-छोटे गैप हैं, जिनमें मिट्टी भराव कर सड़क बनानी है। कुशलिया से परतापुर तिराहे तक कुल पांच गैप हैं, जिन पर काम होना है। इसमें सोलाना और चुडि़याला अंडरपास के पास गैप जोड़ना बाकी है। मुरादाबाद गांव और पलौता व भोजपुर ओवरब्रिज के पास एक्सप्रेस-वे का काम होना है।

सात किमी। क्षेत्र में बंद है काम

मुरादाबाद गांव के किसानों के धरने के चलते सात किमी। क्षेत्र में काम बंद है। शुक्रवार को भोजपुर ओवरब्रिज पर कंक्रीट का काम होना था, लेकिन किसानों ने काम रुकवा दिया। करीब 20 दिन से निर्माण एजेंसी और एनएचएआइ के अधिकारी लगातार गाजियाबाद जिला प्रशासन को स्थिति से अवगत करा रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अभी तक यहां के किसानों की समस्या का समाधान नहीं कर सके।

31 दिसंबर तक हर हाल में एक्सप्रेस-वे का काम पूरा करना है। मुरादाबाद गांव के आसपास सात किमी। क्षेत्र में ही अड़चने है। यह समस्या हल हो जाए तो तय समय सीमा में काम करना मुश्किल नहीं है।

-मनोज बैरवा, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर जीआर इंफ्रा