- व्यापारियों ने आबूलेन पर किया धरना-प्रदर्शन

- कर्मचारियों ने व्यापारियों के खिलाफ खोला मोर्चा

- कैंट बोर्ड कर्मचारियों की दूसरे दिन भी हड़ताल जारी

- व्यापारियों ने कैंट बोर्ड के सीईओ के फूंके पुतले

Meerut : आबूलेन सेंट्रल पार्किंग विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जहां एक ओर आबूलेन में सभी व्यापारियों ने बंदी रखी तो कैंट बोर्ड के कर्मचारियों ने भी हड़ताल जारी रखी। वहीं कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि सेंट्रल पार्किंग को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। नई व्यवस्था को भविष्य में भी जारी रखा जाएगा। उसमें कोई परिवर्तन के आसार नहीं हैं। वहीं व्यापारियों ने भी साफ कर दिया है कि जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा।

बाजार बंद, दिया धरना

बुधवार को भी आबूलेन को पूरी तरह से बंद रखा गया। आबूलेन की 99 फीसदी दुकाने बंद रही। मंगलवार की तरह ही व्यापारी दास मोटर्स के सामने टेंट और तख्त लगाकर धरने पर बैठ गए। व्यापारियों ने एक बार फिर से वही बात दोहराई कि उनके साथ कैंट बोर्ड की ओर से धोखा हुआ है। बीते दिनों सब एरिया की मीटिंग में जो सहमति बनी थी, उस तरीके से बिल्कुल काम नहीं हुआ। अगर हुआ तो होता तो कोई भी व्यापारी इस तरह का विरोध नहीं कर रहा होता। वहीं देर शाम तक संयुक्त व्यापार संघ की मीटिंग हुई, जिसमें निर्णय हुआ कि गुरुवार को भी आबूलेन पूरी तरह से बंद रहेगा और बाकी छावनी के व्यापारी स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद करना चाहे तो बंद कर सकते हैं।

व्यापारियों के अुनसार ये बनी थी सहमति

क्। गणपति कांप्लेक्स के पीछे चली आ रही पार्किंग पूर्व की तरह आबूलेन के व्यापारियों के वाहनों को खड़ा करने के लिए नि:शुल्क रहेगी।

ख्। बंगला नंबर क्7फ् और क्80 कैंट बोर्ड फ्री पार्किंग की सुविधा करेगा, उसके लिए सड़क खड़ंजा निर्माण कर सड़क को साफ और समतल किया जाएगा।

फ्। दोनों ही बंगलों में लाइटें, टॉयलेट और ड्रिंकिंग वॉटर की व्यवस्था कैंट बोर्ड करेगा।

ब्। वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए कैंट बोर्ड अपने कर्मचारी लगाएगा।

भ्। वाहनों की सुरक्षा के लिए कैंट बोर्ड कर्मचारी स्वामी को पार्किंग की पर्ची देंगे, जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

म्। आबूलेन व्यापार संघ अपने व्यापारियों से अनुरोध करेगा कि वह अपने वाहन पार्किंग स्थलों पर ही पार्क करेंगे। व्यापारियों के वाहन की पहचान के लिए आबूलेन व्यापार संघ अपने स्टीकर लगाकर वाहनों पर लगाएगा।

7. कैंट बोर्ड पहले ये सारी बातें व्यवस्थाएं बनाएगा उसके बाद अधिकारियों व व्यापारियों की दोबारा बैठक होगी, जिसमें सेंट्रल पार्किंग पर कोई निर्णय लिया जाएगा।

8. कैंट बोर्ड और व्यापार संघ के पदाधिकारी हुए इन निर्णयों को सार्वजनिक नहीं करेंगे।

बातों को तोड़-मरोड़ रहा है व्यापार संघ

वहीं कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो उन्होंने साफ कहा कि व्यापारी उन सहमतियों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ था। उन्हें पहले ये बात इंटीमेट कर दी गई थी सेंट्रल पार्किंग पूरी तरह से अवैध है और वो हटाई जाएगी। अब व्यापार संघ बाकी व्यापारियों में तमाम तरह की भ्रांतियां फैलाने और उकसाने का काम कर रहा है।

कैंट बोर्ड के अुनसार ये बनी थी सहमति

क्। गणपति कांप्लेक्स के पीछे चली आ रही पार्किंग पूर्व की तरह आबूलेन के व्यापारियों के वाहनों को खड़ा करने के लिए नि:शुल्क रहेगी।

कैंट बोर्ड का जवाब : इस पर सहमति बन गई थी।

ख्। बंगला नंबर क्7फ् और क्80 कैंट बोर्ड फ्री पार्किंग की सुविधा करेगा, उसके लिए सड़क खड़ंजा निर्माण कर सड़क को साफ और समतल किया जाएगा।

कैंट बोर्ड का जवाब : स्पष्ट किया गया था कि बंगला नंबर क्7फ् पार्किंग के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्किंग शिफ्ट होने के बाद इंटरलॉकिंग करा दी जाएगी। पार्किंग शिफ्ट हुए बिना पक्कीकरण उचित नहीं होगा।

फ्। दोनों ही बंगलों में लाइटें, टॉयलेट और ड्रिंकिंग वॉटर की व्यवस्था कैंट बोर्ड करेगा।

कैंट बोर्ड का जवाब : इस पर स्पष्ट किया गया था कि बंगला नंबर क्7फ् में टॉयलेट और लाइट की व्यवस्था करा दी गई है।

ब्। वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए कैंट बोर्ड अपने कर्मचारी लगाएगा।

कैंट बोर्ड का जवाब : इस पर स्पष्ट किया गया था कि 8 कर्मचारियों को दिनांक क्9 जून ख्0क्भ् से ही नए पार्किंग स्थल पर तैनात हैं।

भ्। वाहनों की सुरक्षा के लिए कैंट बोर्ड कर्मचारी स्वामी को पार्किंग की पर्ची देंगे, जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

कैंट बोर्ड का जवाब : इस पर स्पष्ट किया गया था कि कैंट बोर्ड के कर्मचारी मौके पर क्9 जून ख्0क्भ् से ही पर्ची दे रहे हैं।

म्। आबूलेन व्यापार संघ अपने व्यापारियों से अनुरोध करेगा कि वह अपने वाहन पार्किंग स्थलों पर ही पार्क करेंगे। व्यापारियों के वाहन की पहचान के लिए आबूलेन व्यापार संघ अपने स्टीकर लगाकर वाहनों पर लगाएगा।

कैंट बोर्ड का जवाब : यह काम व्यापार संघों द्वारा किया जाना है।

7. कैंट बोर्ड और व्यापार संघ के पदाधिकारी हुए इन निर्णयों को सार्वजनिक नहीं करेंगे।

कैंट बोर्ड का जवाब : हमारे द्वारा इस तरह का कोई कम्यूनिकेशन नहीं किया गया।

8. एडम कमांडेंट द्वारा बैठक में समापन के दौरान कहा गया था कि व्यापारियों द्वारा उठाए गए बिंदुओं को पीसीबी के सामने रखेंगे। लास्ट डिसिजन पीसीबी का ही होगा। जोकि व्यापारियों को बता दिया जाएगा। वहीं एडम कमांडेंट ने व्यापारियों को पीसीबी की धारणा को स्पष्ट बता दिया था कि सेंट्रल पार्किंग लीगल नहीं है। सभी व्हीकल को कैंट बोर्ड द्वारा बनाई गई पार्किंग व स्थानों पर ही खड़े होने चाहिए।

फिर क्यों अड़े हैं व्यापारी?

कैंट बोर्ड के इस स्पष्ट जवाब के बाद सवाल उठता है कि आखिर व्यापारी क्यों अड़े हैं? सवाल ये भी है कि जब पब्लिक को कोई परेशानी नहीं है और आबूलेन के 90 फीसदी से अधिक व्यापारियों को इस नई व्यवस्था से कोई परेशानी नहीं है तो आबूलेन व्यापार संघ और संयुक्त व्यापार संघ को क्यों परेशानी है? आबूलेन व्यापार संघ शहर का सबसे अमीर और सबसे मजबूत व्यापार संघ है। अब उनका विरोध सेंट्रल पार्किंग को हटाने को लेकर नहीं बल्कि अपनी मांगों को अपने तरीके से मनवाने का हठ है। इस हठ के कारण बाकी व्यापारियों को तो नुकसान उठाना पड़ ही रहा है, वहीं पब्लिक को भी परेशानी हो रही है। वहीं संयुक्त व्यापार संघ की आबूलेन व्यापार संघ के साथ खड़ा होना मजबूरी है। क्योंकि आबूलेन व्यापार संघ की संयुक्त व्यापार संघ कई प्रोग्राम और बंदी के दौरान खर्च होने वाले फंड में सबसे अधिक मदद करता है।

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डीएम के साथ होगी वार्ता

अब इस मुद्दे को डीएम के पास लेकर लाया जा रहा है। डीएम दोनों ही पक्षों को गुरुवार को क्क् बजे वार्ता के लिए बुलाया है। दोनों ही पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश की जाएगी। साथ ही बीच का रास्ता खोजने की होगी।

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हड़ताल खत्म करने की अपील की

वहीं कैंट बोर्ड के सीईओ ने छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन और अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस से हड़ताल खत्म करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हड़ताल होने से आम पब्लिक के काम नहीं हो पा रहे हैं। वहीं उन्होंने कर्मचारियों की चारों मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उससे पहले दोनों ही यूनियनों ने संयुक्त रूप से कैंट बोर्ड के बाहर धरना दिया और अपनी मांगों को दोहराया। उन्होंने जब भी डीएम के साथ मीटिंग होगी उसमें हमें भी शामिल किया जाए, जिसे मान लिया गया है। वैसे दोनों ही यूनियनों ने अपनी हड़ताल को समाप्त नहीं किया है।

बंदी का नहीं दिखा असर

संयुक्त व्यापार संघ की ओर से छावनी बंद के ऐलान के बाद कोई बंदी का असर नहीं दिखाई दिया। सदर और आबूलेन को छोड़ लालकुर्ती, रजबन बाजार, सदर सब्जी मंडी सभी मार्केट पूरी तरह से खुली रही। वहीं सदर में शाम से पहले ही दुकानें पूरी तरह से खुल चुकी थी।

इन एसोसिएशन ने किया कैंट बोर्ड का समर्थन

जहां एक संयुक्त व्यापार संघ सेंट्रल पार्किंग को हटाने का विरोध किया। वहीं कई सोसायटी और एसोसिएशन कैंट बोर्ड के इस फैसले का समर्थन किया है। देश भक्त सोसायटी की बैठक में अध्यक्ष पिंकी चिन्योटी ने कहा कि मुख्य बाजार को आवाजाही लायक और प्रदूषण मुक्त बनाकर कैंट बोर्ड ने अच्छी पहल की है। वहीं सोसायटी के लोगों ने आबूलेन का भ्रमण हरियाली देखकर कैंट बोर्ड की प्रशंसा भी की। मेरठ इलेक्ट्रिक एसोसिएशन और ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने भी आबूलेन की बदली सूरत देखकर कैंट बोर्ड के कार्य की प्रशंसा की।

कैंट बोर्ड के सीईओ का फूंका पुतला

वहीं मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने टीपी नगर गेट के बाहर कैंट बोर्ड के सीईओ डॉ। डीएन यादव का पुतला फूंका। एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि आबूलेन पर जिस तरह से सीईओ ने अपनी मनमानी कर सेंट्रल पार्किंग को हटाया है उससे व्यापार को काफी नुकसान होगा।

हमने बचत भवन में कैंट बोर्ड के अधिकारियों और व्यापारियों को बुलाया है। दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश की जाएगी।

- पंकज यादव, डीएम

हम अपनी ओर डीएम को पहले ही सेंट्रल पार्किंग और नई पार्किंग के बारे में जानकारी दे चुके हैं। कल की मीटिंग व्यापारियों की मांगों और हमारी ओर से किए गए कार्यो के बारे में बात की जाएगी। हमें पूरे शहर का समर्थन प्राप्त है।

- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

गुरुवार को भी आबूलेन बंद रहेगा। बाकी मार्केट पर कोई बंदिश नहीं होगी। डीएम से के साथ मीटिंग में हम अपनी मांगों को रखेंगे। हम चाहते हैं कि सत्य की जीत हो।

- नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ