कैसा लग रहा है देश की फेमस शटलर जोड़ी के साथ कोर्ट पर उतरेंगे?

कोई दबाव नहीं है, हम कैंप में कई बार साथ खेले हैं। साथ ही हम काफी फ्रेंडली भी हैं। हम दोनों का कोर्डिनेशन भी काफी अच्छा है, तो कोई दिक्कत नहीं आएगी।

ओलंपियन वी दीजू की जगह ले रहे हैं, कितना दबाव है?

हां दबाव तो है, वी दीजू ओलंपियन हैं, लेकिन मुझे ये मौका अपनी मेहनत के मुकाबले मिला है। मैं पूरी कोशिश करूंगा और अपना बेस्ट दूंगा।  

मैंस डबल्स के साथ अब मिक्स्ड डबल्स में भी मेहनत करनी होगी, कितना मुश्किल होगा?

मेरे लिए मुश्किल नहीं होगा। मैं डबल्स में खेलने का आदि हूं। अब बस अपना फोकस मिक्स्ड डबल्स पर भी करूंगा, जिससे देश के लिए अच्छा कर सकूं।

इंडियन ओपन सीरीज में चाईनीज शटलर्स के आगे प्री क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, कितना पीछे है इंडिया इन खिलाडिय़ों से?

इंडियन खिलाडिय़ों की कमी कंसिस्टेंसी बरकरार न रखना है। जबकि ये खिलाड़ी कंसिस्टेंस परफोर्मर हैं। वहीं ये काफी एक्सपीरियंस्ड भी हैं।

इंडिया कैसे तैयारी कर रहा है?

ओलंपिक में मेडल आने के बाद काफी बदलाव आया है। मैं भी इंडोनेशियन कोच हैंडा मुलियोनो के निर्देशन में लखनऊ में कोचिंग ले रहा हूं। जबकि हैदराबाद में भी पुलेला गोपीचंद के अलावा दो इंडोनेशियन कोच भी खिलाडिय़ों को तैयार कर रहे हैं।

सितंबर में हुए नेशनल में विजेता बने कैसा फील करते हैं?

मैंस डबल्स में मैं सुमित रेड्डी के साथ नेशनल जीता जो मेरा उनके साथ पहला टूर्नामेंट था। बस उसके बाद से जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं।

मुझे एक सीरीयस पार्टनर की जरुरत थी

मिक्स डबल्स के लिए मनु अत्री को पार्टनर बनाने के बाद ज्वाला गïट्टा काफी कांफिडेंट हैं। उनका मानना है कि मनु काफी कैपेबल प्लेयर है। आई नेक्स्ट ने की ज्वाला गïट्टा से बातचीत।

वी दीजू के साथ जोड़ी छोडऩे की वजह?

वी दीजू के साथ काफी समय से खेल रही थी। अब कुछ बदलाव की जरुरत समझ रही थी, जिसके बाद ही मैंने नई जोड़ी बनाने का फैसला लिया।

एक युवा खिलाड़ी का साथ क्यों चुना?

मुझे एक सीरीयस पार्टनर की जरुरत थी। मनु में क्षमता है वह अच्छा शटलर है। साथ ही युवा भी है। ऐसे में उम्मीद है कि हम दोनों साथ में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

मनु में क्या खासियत देखती हैं?

मनु युवा है, वह अपने खेल के प्रति समर्पित है। वहीं मैंस डबल्स में नंबर वन जोड़ी सदस्य है। साथ ही मैं मनु के साथ काफी कंफर्टेबल भी हूं।

नई जोड़ी के साथ कब तैयारी शुरू कर रही हैं?

हम अगले चार पांच दिन बाद आगामी टूर्नामेंट के लिए तैयारियों में हैदराबाद में जुट जाएंगे। जरूर बेहतर होगा, जून में कई बड़े टूर्नामेंट भी हैं।

आईबीएल के बारे में क्या कहेंगी?

बैडमिंटन खिलाडिय़ों के लिए एक अच्छा मौका है। इस तरह के आयोजन होंगे तो खेल में निखार आएगा। युवा खिलाडिय़ों को भी आगे बढऩे का मौका मिलेगा।