- शोक सभा में फिर भिड़े भाजपा और सपा जनप्रतिनिधि

- सोमेंद्र तोमर और अतुल प्रधान के बीच हुई जमकर कहासुनी

Meerut । जागृति विहार में सर्राफ अमन जैन की हत्या का पर्दाफाश करने में भले ही पुलिस कामयाब ना हो पा रही हो, लेकिन इस हत्याकांड का राजनीति करने वाले भरपूर फायदा उठा रहे हैं। पीडि़त परिजनों को इंसाफ और सांत्वना देने के नाम पर घटनास्थल को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है जहां अब रोजाना विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधि आकर इंसाफ दिलाने के नाम पर अपनी रोटियां सेक रहे हैं। कुछ ऐसा ही सीन बुधवार से देखने को मिल रहा है। बुधवार को सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं में कहासुनी के बाद गुरुवार को मृतक सर्राफ की शोक सभा में एक बार फिर भाजपा विधायक सोमेंद्र तोमर और सपा नेता अतुल प्रधान के बीच जमकर कहासुनी हुई। मामला धक्का मुक्की तक आ गया तब सपा नेता अतुल प्रधान को शोक सभा से भेजकर मामला शांत किया गया।

रोकने पर बिफरे सपा कार्यकर्ता

दरअसल, गुरुवार को मृतक अमन जैन की शोक सभा का जागृति विहार में आयोजन किया गया था। शोक सभा में व्यापारी वर्ग से लेकर भाजपा से विधायक सोमेंद्र तोमर, व्यापारी नेता विनीत शारदा, नवीन गुप्ता समेत सपा से अतुल प्रधान, विपिन मनोठिया, राजदीप विकल समेत अन्य लोग शामिल हुए थे। शोक सभा में सभी वक्ताओं ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए भाषण दिया। इस दौरान अतुल प्रधान शोक सभा में देरी से पहुंचे। जब अतुल प्रधान ने शोक सभा में अपना भाषण देने का प्रयास किया मंच संचालक ने समय का अभाव बताते हुए मना कर दिया। इस पर सपा कार्यकर्ता भड़क गए। इसके बाद अतुल प्रधान ने माइक पर बोलना शुरु कर दिया।

बिफरे भाजपाई

माइक पर अतुल प्रधान ने कहा कि मृतक की हत्यारोपियों को पकड़ने में पुलिस नाकाम है 24 घंटे बाद भी पुलिस ने खुलासा नही किया है। हमने कल तय किया था कि 24 घंटे में मांग पूरी नही हुई तो धरना देंगे। अतुल प्रधान ने मंच से धरने के लिए आहवान करते हुए लोगों से पूछा कि आज कौन कौन मेरे साथ धरने में शामिल होगा। इस पर भाजपाई भड़क गए और विधायक सोमेंद्र तोमर ने विरोध करते हुए कह दिया कि यह शोक सभा है यहां राजनीति ना करें। धरना देना है तो कहीं और जाएं। इस पर सपा कार्यकर्ता भड़क गए और अतुल प्रधान और विधायक सोमेंद्र तोमर के बीच जमकर कहासुनी शुरु हो गई। मामला इस कदर बिगड़ गया कि विधायक और अतुल प्रधान के बीच धक्का मुक्की तक की नौबत आ गई। अतुल प्रधान मृतक के घर के बाहर धरने पर बैठ गए और भाजपा विधायक ने इसे राजनैतिक दिखावा बताते हुए शोक सभा स्थल पर धरना देने से रोक दिया। दोनो के बीच जमकर कहासुनी हुई। खुद व्यापारी नेता नवीन गुप्ता के समझाने और मृतक के परिजनों और अन्य लोगों के कहने पर अतुल प्रधान धरना स्थल छोड़कर जाना पड़ा तब जाकर मामला शांत हुआ।

सपाइयों ने की मदद

इस दौरान अतुल प्रधान ने कहा कि पुलिस प्रशासन भले ही पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद देने में आनाकानी कर रही हो लेकिन हम सबको कुछ ना कुछ आर्थिक सहयोग पीडित परिवार को देना चाहिए। भाजपाईयों ने इस बात का भी विरोध किया। पैसा देने से भाजपाइयों ने उन्हें रोक दिया और हंगामा कर दिया। इस पर दोनों पक्षों के समर्थक आमने सामने आ गए खूब हंगामा हुआ। भाजपा ने आरोप लगाया कि आर्थिक मदद के नाम पर सपा शोक सभा में राजनीति कर रही है। विरोध के बाद भी सपा जनप्रतिनिधियों ने एक लाख रुपए की आर्थिक मदद पीडित परिवार को दी।