- दिनभर स्टेशन व बस अड्डों पर नहीं चला चेकिंग अभियान

- 7 जून को आईबी ने वेस्ट यूपी को किया था अलर्ट

- संवेदनशील जिलों में मेरठ का नाम भी है शामिल

Meerut: मेरठ में अलर्ट का कोई असर नहीं दिखाई दिया। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर दिनभर कोई चेकिंग अभियान नहीं चला। साथ ही किसी भी भीड़-भाड़ वाले इलाके में पुलिस नहीं दिखाई दी। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरठ पुलिस प्रशासन आने वाले खतरे से निपटने के लिए कितना संजीदा है।

जारी किया था अलर्ट

सेंट्रल इंटेलीजेंस ब्यूरो ने सात जून को राज्य सरकार को आगह किया है कि इंडियन मुजाहिदीन के 8 सदस्य यूपी में शरण लिए हुए हैं। उनका इरादा भीड़-भाड़ वाले इलाकों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों आदि रमजान माह में निशाना बनाना है। इसके मद्देनजर सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों सहित कई जिलों में अलर्ट घोषित किया है। जिसमें मेरठ का नाम भी शामिल है।

नहीं दिखा असर

जब मेरठ सिटी स्टेशन पर जाकर पड़ताल की गई तो घुसते ही जीआरपी बूथ पर कोई पुलिसकर्मी तक नहीं मिला। इसके बाद ट्रेनों के अंदर बाहर चेकिंग तो दूर जीआरपी व आरपीएफ थानों के बाहर भी पुलिस नहीं दिखाई दी। साथ ही रोजाना की तरह यात्री जान हथेली पर रखकर ट्रेन पकड़ते नजर आए। साथ ही बस अड्डों व भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी पुलिसकर्मी तक दिखाई नहीं दिए।

अलर्ट के बारे कोई सूचना नहीं है। फिर भी हम रोजाना अलर्ट ही रहते हैं। रमजान के चलते ट्रेनों और प्लेटफार्म में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।

-अशोक वर्मा, जीआरपी प्रभारी