- कर्मचारी को लात-घूंसों से जमकर पीटा

- पुलिस ने घायल कर्मचारी को अस्पताल भेजा

Meerut: मेरठ राजकीय संप्रेक्षण गृह में बाल कैदियों का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार की शाम को भी दर्जनों बाल कैदियों ने छत पर खड़े होकर जमकर उत्पात मचाया। विरोध करने पर एक कर्मचारी की लात-घूंसों से पीटाई कर दी । घटना की सूचना पाकर जब पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो बाल कै दियों ने उनके साथ भी गाली गलौच कीे।

ये है मामला

सोमवार को एक दर्जन से ज्यादा बाल कैदी संप्रेक्षण गृह की छत पर चढ़ गए और उत्पात मचाने लगे। वहीं पर तैनात हरिओम कर्मचारी ने उन्हें ऐसा करने से मना किया। जिस पर बाल कैदी आग-बबूला हो गए। उसके बाद दर्जनों की तादाद में कर्मचारी पर टूट पड़े और उसको लात-घूंसों से जमकर पीटा। जिनकी चपेट में आकर कर्मचारी घायल हो गया।

अच्छे खाना न देने का लगाया आरोप

बाल कैदियों का आरोप था कि यहां पर अच्छा खाना नहीं मिलता। जिसके चलते वे बीमार हो रहे हैं। साथ ही उन्हें टाइम से ज्यादा जेल में समय बिताना पड़ रहा है। जिनको 3 माह छोड़ा जाना था। उन्हें 6 माह तक जेल में बीताने पड़ रहे हैं।

अधिकारियों के साथ गाली-गलौच

बाल संप्रेक्षण गृह में बवाल की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में सीओ सिविल लाइन स्वर्णजीत कौर मय फोर्स के मौके पर पहुंची। लेकिन बाल कैदी पुलिस व जेल अधिकारियों के साथ भी गाली-गलौच करने लगे। जिससे तंग आकर पुलिस को वापस लौटना पड़ा।

बिना बात के ही बाल कैदी हंगामा करते रहते हैं। सोमवार को हंगामे की कोई वजह ही नहीं थी। नोएड़ा जेल में सिफ्ट होने से काफी हद तक समस्या का समाधान हो जाएगा।

स्वर्णजीत कौर, सीओ सिविल लाइन मेरठ