- 40 दिन में सिक्स मंथ का कोर्स पढ़कर कैसे देंगे एग्जाम

- बच्चों के लिए बन गई परीक्षा परेशानी।

Meerut- माध्यमिक स्कूलों के सत्र परिवर्तन ने 11वीं के बच्चों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। छमाही एग्जाम की घोषणा के साथ ही उनके सामने परीक्षा की घड़ी आ गई है। उन्हें पढ़ाई करने के लिए पर्याप्त समय भी नहीं मिला। स्कूलों में करीब 40 दिन ही क्लासेज चल पाई हैं। अब उन्हें इतने ही दिनों में हुई पढ़ाई में छह माह के कोर्स को पढ़कर परीक्षा देनी है।

अप्रैल में शुरू हुआ था सत्र

माध्यमिक स्कूलों में एक अप्रैल से शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया था। यूपी बोर्ड परीक्षा 2016 का रिजल्ट 15 मई को आया था। बीस मई से स्कूल बंद हो गए। स्कूल खुलने के बाद एक सप्ताह एडमिशन प्रक्रिया में बीत गया। इसके बाद कॉलेजों में पढ़ाई शुरू हो गई। इसके साथ ही शिक्षकों को नगर निगम मतदाता सूची पुर्ननिरीक्षण कार्य में सुपरवाइजर बना दिया गया था। साथ ही रविवार और त्योहारों की छुट्टी भी होती रही। जिसके चलते कक्षाएं नियमित रूप से नहीं चल पाई, सितम्बर में छमाही परीक्षाएं घोषित हो चुकी हैं।

बस 40 दिन चली क्लासेज

जुलाई में अब तक क्लासेज में 40 दिन ही क्लास चल पाई हैं। इन चालीस दिनों में आधा कोर्स पढ़ना है और उससे परीक्षा देनी है.11वी की छमाही और सालाना परीक्षा के प्राप्तांक जुड़ते हैं, ऐसे में बच्चों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। जीआईसी में पढ़ने वाले रोहन ने बताया कि उनका अभी कोर्स पूरा नहीं हो पाया है, पेपर सिर पर है बहुत चिंता हो रही है। वहीं एसडी ग‌र्ल्स सदर की स्टूडेंट रीना शर्मा ने बताया कि उसकी परीक्षा आने वाली है और अभी तक सारे कोर्स अधूरे है। वहीं दुर्गाबाड़ी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की स्नेहा ने बताया कि उनका कोर्स अभी पूरा नहीं हो पाया है।

11वीं के बच्चों को पढ़ाई के लिए कम समय मिला है, इसके लिए परिस्थितियां जिम्मेदार हैं, छमाही परीक्षा की तिथि कुछ आगे बढ़ाई गई है। सभी स्कूलों को निर्देश किए गए हैं कि एक्स्ट्रा क्लास चलाकर कोर्स को पूरा कराया जाए।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस