टै्रफिक सर्विलांस सेंटर से सुधरेगी व्यवस्था

कमिश्नर ने की आईटीएमएस व सर्विलांस प्रोजेक्ट के लिए की मीटिंग

Meerut : ट्रैफिक लोड को ध्यान में रखकर योजना बनाएं। आमजन में टै्रफिक सेंस जागृत करने के लिए कार्ययोजना बनाने, टै्रफिक की व्यवस्था स्मार्ट तरीके से करने के लिए जनपद में एक सिटी टै्रफिक सर्विलांस सेंटर खोला जाएगा। यह कहना है कमिश्नर आलोक शर्मा का। गुरुवार को वे मेरठ में टै्रफिक व्यवस्था के सुधार के लिए इंटीग्रेटिड टै्रफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) और स्मार्ट सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट की समीक्षा कर रहे थे।

अक्टूबर में मूर्त रूप लेगी योजना

बैठक में कमिश्नर ने कहा कि योजना मंडल के मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर सहित प्रदेश के 12 जनपदों में लागू की जानी हैं। योजना अक्टूबर 2016 से मूर्त रूप लेने लगेगी। सभागार में संबंधित एजेंसी पीडब्ल्यूसी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के बारे में बैठक में चर्चा हुई। उन्होंने एजेंसी से कहा कि वे जनपदों के डीएम, टै्रफिक पुलिस व अन्य से समन्वय कर भविष्य में होने वाले टै्रफिक लोड को ध्यान में रखकर एक ठोस प्लान बनाएं।

419 करोड़ होंगे खर्च

-12 जनपदों में आईटीएमएस के अंतर्गत 491.6 करोड़ रुपये और स्मार्ट सिटी सर्विलांस के लिए 163.6 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

-मंडल के गाजियाबाद में 88 करोड़, गौतमबुद्धनगर में 134 करोड़, मेरठ में 58 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

- प्रथम चरण अक्टूबर 2016 तक तथा द्वितीय चरण जनवरी 2017 तक पूर्ण हो जाएगा।

यहां से होगी फंडिंग

कमिश्नर ने बताया कि योजना के लिए धन का प्रबंध नगर निकाय की अवस्थापना निधि, विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व पुलिस विभाग द्वारा किया जाएगा। डीएम पंकज यादव ने बताया कि योजना‌र्न्तगत विभिन्न कार्य किए जाएंगे, जिसमें नॉन आईटी क्षेत्र में जंक्शन इम्प्रूवमेंट, साइनेज लगाना आदि है।

ई-चालान होगा

योजना के तहत ई-चालान प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। पीडब्ल्यूसी कंपनी के गौतम सिन्हा व सनी कपूर ने यह जानकारी दी। डीआईजी लक्ष्मी सिंह, डीएम गौतमबुद्धनगर एनपी सिह, एसएसपी डीसी दूबे, एसएसपी गौतमबुद्धनगर किरन एस, निदेशालय के एसपी टै्रफिक देव रंजन, एसपी टै्रफिक गाजियाबाद राजीव कुमार, अपर कमिश्नर आरएस धामा, मुख्य अभियन्ता नगर निगम केबी वाष्र्णेय आदि मौजूद थे।