दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा मेरठ कॉलिंग बेबीनार की गई आयोजित

नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने नाला सफाई को लेकर बताई कार्य योजना

Meerut। बरसात में शहर में जलभराव की प्रमुख समस्या है, लेकिन निगम के दावों के मुताबिक इस बार लोगों को जलभराव से दो चार नहीं होना पड़ेगा। नगर निगम द्वारा नाला सफाई के साथ साथ शहर में जगह जगह विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। मानसून के पहले नालों की सफाई की समस्या और उसके समाधान के लिए दैनिक जागरण आई नेस्क्ट की ओर से रविवार को मेरठ कालिंग वेबिनार आयोजित की गई।

ये रहे मौजूद

वेबिनार में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। गजेंद्र सिंह शामिल, संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता, जागरुक नागरिक एसोसिएशन महासचिव गिरीश शुक्ला मौजूद रहे। इस दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पाठकों के सवालों के जवाब भी दिए गए। साथ ही उनके सुझाव भी लिए। वेबिनार में जागरुक नागरिक एसोसिएशन के सदस्य कृष्ण लाल बत्रा ने नगर निगम से साथ सुझाव साझा किए।

सालभर क्यों नहीे होती सफाई : नवीन गुप्ता

वेबिनार में संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने कहाकि नाला सफाई का सिर्फ बारिश में ही क्यों होता है और यह कहा जाता है कि व्यापारियों ने नाले पर पक्के निर्माण करा लिए हैं, जिससे नाला सफाई नहीं हो पाती है, जबकि नालों की सफाई 10 महीने होनी चाहिए। जो खुले नाले हैं वो आज भी सिल्ट से अटे हैं। इन पर पैदल लोग चल सकते हैं। 1989 में भी व्यापारियों ने कार्ययोजना बनाई थी नालों के मुहाने पर बारीक जाली लगाई जाए ताकि नाले में मोटा कूड़ा ना जाए। हमने वैली बाजार और खैरनगर में एक एक दुकान के बाहर फोल्डिंग जाल लगवाए थे, लेकिन उनके नीचे भी सफाई नही हो रही है। उन्होंने कहाकि पुराने शहर में जलभराव का प्रमुख कारण ओडियन नाला है। पुराने शहर के छतरी वाले पीर पर फूल वालों की दुकान के नीचे नाला जा रहा है लेकिन आगे वह नाला कहां जा रहा है इसका निगम को ध्यान नही है। घंटाघर पर फूलों वालों की दुकान पर जाकर नाला पूरा गायब हो गया है। उस नाले पर लोगों ने अतिक्रमण कर अपने मकान दुकान बना लिए हैं। वहां पूरा का पूरा नाला जाम है। नगर निगम इस नाले को साफ करने का अभियान चलाता है तो व्यापारी इसमें नगर निगम का पूरा सहयोग करेगा।

लोगों से अपील, नाले में न डालें कूड़ा : डॉ। गजेंद्र

वेबिनार के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। गजेंद्र सिंह ने कहा कि शहर के लोग खुलेआम नालों में कचरा डालते हैं। कम से कम ऐसा ना हो। नाला सफाई में व्यापारियों का सहयोग काफी अच्छा है, लेकिन शहर में कई ऐसे नाले में जिनमें नालों पर पक्के निर्माण है। हम छोटी नालियों पर स्लैब की बात नही कर रहे हैं। हम कोटला बाजार नाला, ओडियन नाले की बात कर रहे हैं इन पर इतने पक्के निर्माण कर दिए हैं कि नालों की सफाई नही हो पा रही है। ओडियन नाले में सबमíसबल लगाकर गोबर बहाया जा रहा है। नगर निगम लगातार हर साल नाला सफाई करता है लेकिन इसमें खुद जनता को भी जागरुक होकर सहयोग करना होगा।

क्यों नहीं बैन हो पा रही पॉलीथिन : गिरीश शुक्ला

जागरुक नागरिक एसोसिएशन के महासचिव गिरिश शुक्ला ने कहाकि नाले या नाली में पॉलीथीन से ही सबसे ज्यादा पानी का रुकाव होता है। 21 जनवरी 2016 को हाईकोर्ट ने पॉलीथिन पर बैन लगा चुका है। इसके बाद भी नगर निगम पॉलीथिन को बैन करने में सफल नही हो सका। इस पर गंभीर प्रयास होने चाहिए। उन्होंने बताया कि शास्त्रीनगर में हर ब्लॉक में नागरिक समितियां बनी हैं। हमारे वार्ड नंबर 26 में सफाई के काम में लापरवाही होती है क्योंकि वार्ड मे क्षेत्र तो बहुत बड़ा है लेकिन वहां सफाई कर्मचारियों की संख्या बहुत कम हैं। ऐसे में हमारी खुद नागरिक समितियां खुद पार्क से लेकर वार्ड की सफाई करते हैं। वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर भी निगम को एनजीओ का सहयोग करना चाहिए।

जनता के बीच जाकर सुनें समस्याएं : कृष्ण लाल

जागरुक नागरिक एसोसिएशन के सदस्य कृष्ण लाल बत्रा ने बताया कि दो पक्ष हैं हमारे नागरिक और प्रशासन, लेकिन दोनो के बीच तालमेल ना होने के कारण समस्याएं उठती हैं। मेरा सुझाव है कि नगर निगम अपने पार्षद के माध्यम से मिलकर जनता से बात करें और मोहल्ले की समस्याएं जाने और उनके निराकरण के लिए जो भी संभव प्रयास हो वह करें। अधिकारियों को जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुननी चाहिए। तभी उनका सही तौर पर निस्तारण भी हो सकता है।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। गजेंद्र ने दिए जनता के सवालों के जवाब

सवाल- हर साल बरसात में जलभराव की समस्या है इसका स्थाई समाधान क्यों नही होता है। जफर अहमद

जवाब- हर साल नगर बरसात से पहले कार्ययोजना बनाता है। इस बार 15 जून से तक के लिए अभियान चलाया जा रहा है। बरसात में हर साल गंदगी आती है उसे हर साल साफ कराया जाता है। इससे अलग यदि कहीं नाले की दीवार टूटने या अन्य मरम्मत की बात है तो उसकी शिकायत करें समाधान होगा।

सवाल - कसेरुबक्सर नाले का निर्माण कब पूरा होगा- रक्षित

जवाब - कसेरुबक्सर के नाले का निर्माण कार्य शुरु किया जा सकता है। लेकिन यह कब तक पूरा होगा इसका जवाब तो निर्माण विभाग ही दे सकता है।

सवाल- सड़कों के गड्ढे भी बड़ी समस्या हैं, इनका निस्तारण कब होगा - विक्रम

सड़कों पर गडढे़ के संबंध में कुछ दिनों पहले निर्माण विभाग के साथ बैठक आयोजित कर निर्माण विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि अभी लॉक डाउन है उसके बाद भी यह काम कराया जाएगा।

सवाल- मंगतपुरम व लोहियानगर में कचरे का प्लांट कब तक शुरु होगा- राकेश

जवाब - कचरा निस्तारण के लिए प्लांट का काम शुरु हो चुका है। एक डेढ माह में काम पूरा हो जाएगा। पहले से ही काम शुरु हो चुका था लेकिन लॉक डाउन के कारण काम बीच में रुक गया था अब दो माह में पूरा हो जाएगा।

सवाल- भामाशाह मैदान के सामने कूड़ा ओवरफ्लो होकर बाहर निकला है सुमित

जवाब- इस समस्या का संज्ञान लेकर कार्य किया जाएगा। इसको कल ही साफ करा दिया जाएगा। कल सुबह निगम की टीम पहुंच जाएगी।