मेरठ (ब्यूरो). घूमने-फिरने के शौकीन और क्रांतिधरा के इतिहास को जानने की जिज्ञासा रखने वाले लोगों के लिए ये खबर बेहद खास हो सकती है। दरअसल, स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर की सड़कों पर उतारी गई इलेक्ट्रिक सिटी बसें न केवल पॉल्यूशन लेवल को कम करने का काम करेंगी बल्कि जिले के प्रमुख हैरिटेज स्थलों के दर्शन भी लोगों को कराएगी। अगले महीने से हस्तिनापुर के लिए 10 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।

हस्तिनापुर और कैली का सफर
प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के हैरिटेज स्थलों तक लोगों की पहुंच सुगम बनाने के लिए सभी जनपदों के हैरिटेज स्थलों को परिवहन सेवा से जोडऩे का आदेश दिया गया है। इसके तहत ही मेरठ के ऐतिहासिक हैरिटेज स्थलों के लिए इलेक्ट्रिक बसों का सफर शुरू किया जाएगा। मई के फस्र्ट वीक में हस्तिनापुर के जंबूदीप और कैली गांव के लिए बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। पहले चरण में फिलहाल 15 बसों के संचालन से शुरुआत की जाएगी।

सरधना और गंगोल रूट
इसके बाद दूसरे चरण में 10 बसों का संचालन सरधना और गंगोल के लिए शुरू होगा। सरधना के चर्च और गंगोल के तालाब के लिए लोहियानगर से सीधी बस यात्रियों को मिलेगी। हालांकि परतापुर के लिए अभी भी बस सेवा चालू है लेकिन रैपिड के काम के चलते बस का रूट बंद है। जल्द गंगोल के लिए पांच बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।

103 सिटी बसें
वर्तमान में शहर में 73 सीएनजी और पांच इलेक्ट्रिक एसी बसों का संचालन हो रहा है। इस माह 25 नई इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं, जिनमें से 15 का परमिट और फिटनेस का काम पूरा हो चुका है। जबकि 10 बसों का टीआरपी मिलना बाकि है। इसके मिलते ही 10 रुटों पर भी बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।

इन रूटों पर होगा बसों का संचालन
- लोहियानगर से मवाना, हस्तिनापुर, जंबूदीप
- लोहियानगर से हापुड़ अड्डा, कैली गांव
- लोहियानगर से सरधना
- लोहियानगर से मेडिकल वाया जेलचुंगी सिटी स्टेशन
- लोहियानगर से मोदीपुरम वाया बेगमपुल
- मेडिकल से लखवाया वाया हापुड़ अड्डा
- लोहियानगर से परतापुर, गंगोल, मोदीनगर वाया बिजलीबंबा बाईपास

फैक्ट्स
शहर में 80 सीएनजी और 5 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन
वर्तमान में 73 सीएनजी रोड पर हो रही संचालित
शहर से देहात के आठ रूटों पर सीएनजी बसों का संचालन
शहर से बाईपास और देहात के लिए मात्र पांच इलेक्ट्रिक बसों का संचालन
शहर में करीब सवा लाख से अधिक दैनिक यात्री
सबसे अधिक लोड मेडिकल से बेगमपुल रूट, हापुड अड्डा से रेलवे स्टेशन रूट पर

कोट्स

इलेक्ट्रिक सिटी बसें शहर के ऐतिहासिक स्थलों से लोगों को रू-ब-रू कराएंगी। इससे लोगों की रूचि हैरिटेज के प्रति बढेगी। सरकार की ये बड़ी पहल है।
संजीव अग्रवाल

हस्तिनापुर, सरधना और गगोल जैसे स्थलों तक जाने के लिए अभी तक कोई आसान साधन नहीं था। मगर अब यहां तक जाने के लिए एसी बसें शुरू की जा रही हैं, ये अच्छी पहल है।
पूजा शर्मा

इलेक्ट्रिक बसों से जिले के हैरिटेज स्थलों के दर्शन करना बेहद आसान हो जाएगा। टूरिस्ट भी मेरठ का इतिहास जानेंगे। साथ ही प्रदूषण भी कम होगा।
भरत भड़ाना

दिल्ली की तर्ज पर इन बसों का संचालन हो रहा है। मेरठ में हैरिटेज दर्शन का लाभ लोगों को मिलेगा। इससे न इतिहास के बारे में जानकारी भी बढ़ेगी।
पुष्पा

वर्जन
जनपद के हैरिटेज स्थलों को सिटी बसों से जोडऩे का प्लान है। इसके तहत हस्तिनापुर के लिए 10 बसों का संचालन फाइनल हो गया है। सरधना और गंगोल के अगले महीने 10 बसों का संचालन शुरू किया जाएगा।
विपिन सक्सेना, एआरएम