मेरठ (ब्यूरो)। जनपद की विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत डिस्कॉम में 3403.01 करोड़ रुपए की लागत से विद्युत व्यवस्था को सुधारने की योजना बन रही है। इसके तहत छह जोन में 3596 फीडरों का सर्वे का कार्य भी पूरा किया जा चुका है और 6231 सर्किट किलोमीटर रि-कंडक्टरिंग, 577 फीडरों का पृथकीकरण, 2934 वितरण परिवर्तकों की स्थापना और 30084 किलोमीटर एबी केबिल डालने का कार्य किया जाना प्रस्तावित है।

पोल व केबिल का काम
रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत डिस्कॉम में 3403.01 करोड़ के बिजली संबंधी कार्य के लिए भारत सरकार की संस्था, आरईसी द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस योजना के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा 6 जोन (मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर एवं नोएडा) के कार्यों के लिए ई-निविदा के माध्यम से 4 टीकेसी द्वारा कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

596 फीडरों का सर्वे पूरा
पहले चरण में इस योजना के तहत, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 14 जनपदों में, कार्य सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है। योजना के अंतर्गत 3596 फीडरों के सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं सभी क्लस्टरों में टीकेसी द्वारा कार्य, मई से प्रारंभ कर दिया गया है। योजना के अंतर्गत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ के क्लस्टर-1 मेरठ के अंतर्गत अम्हेड़ा, आदिपुर, मवाना में विद्युत पोल लगाने का कार्य किया जा रहा है।

दूसरे चरण में मार्डनाइजेशन के तहत होंगे काम
14 जनपदों में 61.43 लाख उपभोक्ताओं के परिसर में प्री-पेड
5.31 लाख वितरण परिवर्तकों एवं 9349 11केवी पोषकों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम
स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद उपभोक्ताओं को त्रुटि रहित बिल मिलने के साथ-साथ, ऊर्जा खपत की भी जानकारी किसी भी समय प्राप्त हो सकेगी
इस योजना से निर्बाध विद्युत आपूर्ति एवं लाइन हानियों को कम करने में भी मदद मिलेगी
33/11 केवी के 170 नये उपकेंद्रों का होगा निर्माण
नई एलटी लाईनों का होगा निर्माण
नई एचटी लाईनों का होगा निर्माण
नए परिवर्तकों की होगी स्थापना
नए फीडर एवं कैपेसीटर की स्थापना का कार्य
भूमिगत केबिल का कार्य

भारत सरकार और उप्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए कई कार्य प्रस्तावित हैं, जिन पर तेजी से काम शुरू हो गया है।
वी। चैत्रा, एमडी पावर