मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे में गेट पर हो रहा सेनिटाइजेशन

सोशल डिस्टेंसिंग के तहत धार्मिक स्थल पर तीन से पांच लोगों को ही दी जा रही एक बार में एंट्री

Meerut। कोरोना के केस भले ही मेरठ में कम हो गए हैं और शहर अनलॉक की तरफ बढ़ चला है। मगर धार्मिक स्थलों में कोरोना से बचाव के मद्देनजर अभी भी सख्ती बरती जा रही है। जिसके तहत धार्मिक स्थलों में कम ही भक्तों को एंट्री दी जा रही है। धार्मिक स्थल के परिसर में भी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भक्तों को निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही धार्मिक स्थलों के गेट पर सेनिटाइजेशन का इंतजाम दुरुस्त है।

मास्क के बिना नो एंट्री

कोरोना संक्रमण के चलते धार्मिक स्थलों में बिना मास्क किसी की भी एंट्री पर बैन है। इतना ही नहीं, गेट पर यदि किसी ने मास्क ठीक से नहीं लगाया है तो उसको भी अंदर एंट्री नहीं दी जाएगी। वहीं धार्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए प्रॉपर इंतजाम किए गए हैं। लाउडस्पीकर पर भी भक्तों को लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरुक किया जा रहा है।

दूर से दर्शन

औघड़नाथ मंदिर के पुजारी पंडित श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर में मास्क के बिना एंट्री नहीं दी जा रही है। वहीं अभी भक्तों को जलाभिषेक की अनुमति भी नहीं दी गई है। मंदिर के गर्भग्रह का दर्शन दूर से ही करवाया जा रहा है। एक बार में चार से पांच लोगों को ही एंट्री दी जा रही है। श्री विल्वेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी हरिशचंद जोशी ने बताया कि मंदिर में मास्क के बिना एंट्री नहीं दिया जा रहा हैं, मंदिर में मेन गेट पर सेनिटाइेशन की बोतल है सेनिटाइज करके ही प्रवेश दिया जाता है, एकबार में केवल दो तीन लोगो को ही प्रवेश दिया जाता है।

पांच लोगों को एंट्री

शहरकाजी जैनुर साजिद्दीन मोहम्मद ने बताया कि मस्जिद में एक बार में पांच ही लोगों के प्रवेश की इजाजत है। वहीं गेट पर सेनिटाइजेशन के बाद ही एंट्री होती है। जिसने मास्क नहीं पहना है, उसे अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाती है। साथ ही बुजुर्गो व बच्चों को घर से न निकलने की सलाह दी जा रही है।

गेट पर सेनिटाइजेशन

वहीं सेंट जोजफ चर्च के फादर चमन कंफर्ट ने बताया कि चर्च में कोविड प्रोटोकॉल के तहत फिलहाल दो से तीन लोगों को ही एक बार में एंट्री दी जा रही है। वहीं श्री गुरु सिंह सभा थापरनगर गुरुद्वारा के सेवादार सरदार रणजीत सिंह ने कहा कि गुरुद्वारे में एंट्री के समय में मास्क पहनने को अनिवार्य किया गया है। एक बार में चार लोगों को एंट्री दी जा रही है। सेनिटाइजेशन की मशीन गेट पर लगी है, जिससे सेनिटाइज होने के बाद ही गुरुद्वारे में एंट्री दी जाती है।