- तीन सेंटर्स पर है मूल्यांकन अधूरा, बीएवी में हो चुका मूल्यांकन पूरा

- हिंदी और संस्कृत की है कॉपियां बाकी।

Meerut- शासन ने यूपी बोर्ड मूल्यांकन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सभी जिलों को केवल पंद्रह दिन तक का ही समय दिया था। जिसके अनुसार मूल्यांकन की प्रक्रिया 13 अप्रैल यानि सोमवार तक हर हाल में पूरी हो जानी चाहिए थी। लेकिन लास्ट दिन भी तीन सेंटर्स पर मूल्यांकन पूरा नहीं हो पाया। केवल बीएवी इंटर कॉलेज में मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी हो पाई।

यह दिया गया था टारगेट

जीआईसी में 610 परीक्षक को 2 लाख 75 हजार कॉपियां चेक करने की जिम्मेदारी दी गई है। यहां पर केवल 300 के एग्जामनर ही पहुंचे थे। एसएसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज 77 उप प्रधान परीक्षक 571 सहायक परीक्षक को 2 लाख 21 हजार से अधिक कॉपियां चेक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन केवल 50 डीएचई यानि उप प्रधान व 320 एग्जामनर पहुंचे। डीएन इंटर कॉलेज 65 उप प्रधान परीक्षक 629 सहायक परीक्षक को 2 लाख 62 हजार कॉपियां चेक करने की जिम्मेदारी दी है। लेकिन यहां केवल 25 डीएचई और 297 ही एग्जामनर आए। वहीं बीएवी इंटर कॉलेज 67 डीएचई 670 सहायक परीक्षक को 1 लाख से 75 हजार से अधिक कॉपियां चेक करने का लक्ष्य था, लेकिन इस सेंटर पर 1 लाख 36 हजार के आस-पास ही कॉपियां पहुंची थी। इस सेंटर पर 23 डीएचई और 363 ही एग्जामनर पहुंचे।

कहां कितनी बची हैं कॉपियां

मूल्यांकन के लास्ट दिन तीन सेंटरों पर कॉपियां पूरी नहीं जच पाई है। सेंटरों पर संस्कृत, हिंदी व मैथ्स की कॉपियां चेक नहीं हो पाई है। एसडी सदर ब्वॉयज इंटर कॉलेज अभी 15 सौ से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन होना बाकी है। डीएन इंटर कॉलेज में अभी 24 सौ से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन होना बाकी है। जीआईसी पर अभी संस्कृत की 2 हजार से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन होना बाकी है।

मूल्यांकन में एग्जामनर की कमी होने के कारण ही देरी हो पाई है। लेकिन गुरुवार को प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस