मेरठ ब्यूरो। गंगाजल के नाम पर करोड़ों रुपए फूंकने के बाद भी आधे से अधिक शहर के लोगों को गंगाजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। हालत यह है कि भोले की झाल से क्षमता के अनुसार 100 प्रतिशत गंगाजल शोधित होने के बाद भी शहर को मात्र 37 प्रतिशत गंगाजल ही सप्लाई हो रहा है। क्योंकि 100 प्रतिशत गंगाजल को स्टोर करने वाले जलाशयों की स्थिति खराब है। गंगाजल का स्टोरेज नहीं हो पा रहा है। इसके कारण 63 प्रतिशत शहर को गंगाजल के नाम पर नलकूप का पानी पीना पड़ रहा है।
35 एमएलडी गंगाजल का स्टोरेज
गौरतलब है कि वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र की 17,28000 आबादी की 268 एमएलडी पेयजल डिमांड है। इसको पूरा करने के लिए भोला की झाल स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 100 एमएलडी गंगाजल की शोधित किए जाने की क्षमता है। लेकिन वर्तमान में इस 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मात्र 35 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति ही हो रही है। क्योंकि इस शोधित गंगाजल को स्टोर करने वाले 9 में से 4 भूमिगत जलाशयों की स्थिति खराब है। जिस कारण से इनमें गंगाजल स्टोर ही नही हो पा रहा है। इस कारण से बचे सिर्फ 5 जलाशयों के लिए क्षमता से आधे गंगाजल को शोधित कर सप्लाई किया जा रहा है। इस कारण से शहर की 63 प्रतिशत आबादी को गंगाजल के नाम पर 169 नलकूपों से मिलने वाले 324 एमएलडी पेयजल से अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है।

इन भूमिगत जलाशयों से सप्लाई -
टाउनहॉल - र्सिर्कट हाउस - विकास पुरी - बच्चा पार्क - शर्मा स्मारक कई वार्ड में गंगाजल का इंतजार वहीं, नगर निगम क्षेत्र में कुल 90 वार्ड हैं। इनमें से 31 वार्डों में गंगाजल आपूर्ति की व्यवस्था है। इन वार्डों में पूरी तरह से गंगाजल की आपूर्ति होती है। जबकि 59 वार्डों में जलापूर्ति का माध्यम अभी नलकूप ही है। वहीं इनमें से भी करीब 20 वार्ड ऐसे हैं जिनके 34 प्रतिशत हिस्से में पेयजल लाइन बिछी ही नहीं है। स्थिति यह है किशहर में 63 प्रतिशत पानी की डिमांड नलकूप से ही पूरी हो रही है। वहीं वार्डों के हिसाब से करीब 65 प्रतिशत आबादी ऐसी है, जिसे गंगाजल का इंतजार है। कंकरखेड़ा, गंगानगर, शास्त्रीनगर, जाग्रति विहार, मेडिकल क्षेत्र, दिल्ली रोड के आसपास मेजर ध्यानचंद नगर, मोहकमपुर से लेकर शताब्दीनगर, परतापुर का क्षेत्र पूरी तरह गंगाजल आपूर्ति से वंचित है।

वार्ड वार जलापूर्ति की है ये स्थिति -
सर्किट हाउस भूमिगत जलाशय से 5 वार्ड में गंगाजल आपूर्ति - शर्मा स्मारक भूमिगत जलाशय से 7 वार्ड में गंगाजल आपूर्ति - विकासपुरी भूमिगत जलाशय से 7 वार्ड में गंगाजल आपूर्ति - टाउनहाल परिसर भूमिगत जलाशय से 12 वार्ड में गंगाजल आपूर्ति - 4 भूमिगत जलाशय (बच्चा पार्क, नौचंदी, गोलाकुंआ और शास्त्रीनगर सेक्टर-12 ) से गंगाजल की आपूर्ति अभी चालू नहीं है प्रोजेक्ट राशि 341 करोड़ - क्षमता 100 एमएलडी (1000 लाख लीटर प्रतिदिन) - प्लांट संचालन का खर्च 222. 32 लाख सालाना - आपूर्ति 25 एमएलडी (250 लाख लीटर प्रतिदिन) - वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की संख्या 1 - मास्टर पाइप लाइन 80 किमी - सप्लाई लाइन 650 किमी - नए नलकूपो की संख्या 32 - नलकूप रीबोर हुए 48 - पुराने जलाशय टाउन हॉल, सर्किट हाउस, पीएल शर्मा स्मारक -

नये भूमिगत जलाशय गोलाकुआं, विकासपुरी, माधवपुरम, बच्चापार्क, नौचंदी, शास्त्रीनगर ए ब्लाक हाल ही निरीक्षण कर जलाशयों की इस कमी को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। गंगाजल आपूर्ति बढ़ाने के लिए चार भूमिगत जलाशयों को जल्द चालू करने की तैयारी है। इनके चालू होने से करीब 60 प्रतिशत हिस्से को गंगाजल आपूर्ति मिलने लगेगी।
ममता मालवीय, अपर नगरायुक्त