मेरठ में भी आज भी हालात संतोषजनक नहीं हो सके हैं
मेरठ को 20 अप्रैल से कोई राहत भी नहीं मिल सकी
Meerut देशवासियों को लॉकडाउन का सामना करते हुए एक माह हो चुका है। मेरठ में भी आज भी हालात संतोषजनक नहीं हो सके हैं। इसी कारण मेरठ को 20 अप्रैल से कोई राहत भी नहीं मिल सकी। सड़कों पर अभी भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते लोग नजर आ जाते हैं, तो वहीं कोरोना वार्ड में सुरक्षा की लापरवाही के मामले भी सामने आए। इस बीच, राहत की खबर यह है कि 85 से ज्यादा कोविड मरीजों में से 29 ठीक होकर घर चले गए हैं। लॉकडाउन के अभी भी 10 दिन बाकी हैं, और शहर के लिए चुनौतियां बहुत ज्यादा। हाल ही में तीन कोरोना पॉजिटिव ऐसे सामने आए हैं, जिनसे कम्युनिटी स्प्रेडिंग के खतरे को भी सिरे से नहीं नकारा जा सकता। इस वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है, घर में रहिए, सुरक्षित रहिए।
ऐसे बढ़ते रहे मरीज
27 मार्च - पहला कोरोना मरीज मिला (अमरावती से अपनी ससुराल आया था क्त्रॉकरी व्यापारी)
28 मार्च - पहले मरीज के संपर्क से आंकड़ा दहाई से पार 13 पर पहुंचा।
29 मार्च - एक दिन में सबसे ज्यादा 8 मरीज मिले।
11 अप्रैल - 50 पहुंच गई कोविड मरीजों की संख्या
20 अप्रैल - 75 पार हुई मरीजों की संख्या
23 अप्रैल - 85 है कोविड मरीजों का आंकड़ा
तीन मौत
1. 1 अप्रैल
2. 16 अप्रैल
3. 18 अप्रैल
बढ़ते ही चले गए हॉट स्पॉट
- 8 अप्रैल को प्रदेश सरकार के फैसले के बाद 11 हॉट स्पॉट बनाए गए
- इसके बाद जहां केस मिलता रहा, वो इलाका हॉट स्पॉट बनता गया
ये हैं शहर के हॉटस्पॉट
जमुनादास
शास्त्री नगर सेक्टर 13
जलीकोठी
सूर्यानगर
हुमायूंनगर
सरायबहीम
हरनामदास रोड
आजादनगर
गांव महलका
मोहल्ला कल्याण सिंह
छप्पर वाली मस्जिद मोहल्ला मुन्नालाल
मोहल्ला बड़ा महादेव
खिवाई कस्बा
गाँव पचपेड़ा
मोहल्ला हीरालाल
गांव खानपुर बांगर, झब्बापुरी
गांव आड़
सलाहपुर
उल्धन
हौजवाली मस्जिद खैरनगर
रजबन बाजार
साबुन गोदाम
राहत की बात
- 29 मरीज ठीक हुए हैं शहर में
- 2 मरीज ठीक होकर बुलंदशहर गए
- 9 मरीज सबसे पहले ठीक हुए 11 अप्रैल को