- लड़की के परिजनों के कहने पर मुकेश की हत्या कराने का आरोप

- काफी देर तक पोस्टमार्टम हाउस में करते रहे प्रदर्शन

Meerut : बंदी मुकेश की आत्महत्या पर उसके परिजन विश्वास करने को राजी नहीं हैं। रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने मुकेश की जेल के अंदर ही हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने इसमें पुलिस और केस दर्ज कराने वाले परिजनों की मिलीभगत बताया। जांच की मांग को लेकर परिजन प्रदर्शन करने लगे। परिजन पोस्टमोटर्म कराने के लिए राजी नहीं थे।

लड़की को भगाने का आरोप

जिला जेल में शनिवार सुबह मुकेश ने पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मुकेश छेड़खानी और लड़की भगाने के आरोप में 15 दिन पहले ही जेल लाया गया था। थाने में उसके खिलाफ लड़की के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लड़की नाबालिग होने के चलते उसके उस पर पास्को एक्ट के तहत एडीजे 12 की कोर्ट में मुकदमा चल रहा था।

संस्पेंड करने की मांग

रविवार को मुकेश का पोस्टमार्टम होना था। वहां पर उसकी मां राजकुमारी समेत अन्य परिजन भी मौजूद थे। सभी विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने जेलर और एसओ को संस्पेंड करने की मांग की। परिजनों का आरोप है कि उसके खिलाफ गलत मुकदमा लिखा गया था। थाना पुलिस लड़की पक्ष से मिलकर झूठा मुकदमा लिखवाया था। परिजनों ने मुकेश की हत्या कराने का आरोप लगाया। उन्होंने इसके लिए लड़की पक्ष, थाना और जेल पुलिस पर आरोप लगाया। हंगामा कर रहे परिजनों को पुलिस ने शांत कराने की कोशिश की तो उनसे भी वे भिड़ गए। काफी देर तक पुलिस ने समझाया।