-डीएम के आदेश पर नगरायुक्त ने की पुलिस-प्रशासन की मांग

- विभागों के पाले में घूम रहा पैठ हटाने का डीएम का फरमान

-अवैध हैं सभी पैठ, 2005 के बाद से नगर निगम ने नहीं वसूला शुल्क

Meerut : शहर के विभिन्न स्थानों पर दिनवार लगने वाली अवैध पैठ को खदेड़ने के लिए एक बार फिर गेंद प्रशासन के ही पाले में है। लॉ एंड आर्डर का हवाला देते हुए नगरायुक्त ने जिला प्रशासन से पुलिस और मजिस्ट्रेट की मांग की है। नगरायुक्त ने साफ कहा कि ये पैठ अवैध हैं। हालांकि जिला प्रशासन इन पैठ को नौचंदी ग्राउंड में शिफ्ट करने की योजना भी बना रहा है।

जिला प्रशासन को लिखा पत्र

नगरायुक्त उमेश प्रताप सिंह ने 'आई नेक्स्ट' को बताया कि डीएम पंकज यादव के आदेश के मद्देनजर नगर निगम ने शहर के लगने वाली सभी पैठ का चिह्नांकन कर लिया है। उन्होंने बताया कि सभी पैठ अवैध हैं। नगर विकास विभाग ने 2005 के बाद से तहबजारी वसूलना बंद कर दिया है। ये निगम के रिकार्ड में भी दर्ज नहीं हैं। पैठ केा हटाने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस की आवश्यकता है। इसको लेकर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग को पत्र लिखा गया है। फोर्स मिलते ही निगम अवैध पैठ के खिलाफ अभियान शुरू कर देगा।

जिलाधिकारी पंकज यादव ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से वार्ता कर पैठ पर रोक लगाने की भूमिका बनाई तो सुझाव आया कि पैठ काफी पुरानी है और कड़े प्रयास के बाद भी इसे हटाया नहीं जा सका है। डीएम ने पैठ के चलते शहर में लगने वाले जाम का हवाला दिया तो सुझाव आया कि इसे शिफ्ट कर दिया जाए। जिला प्रशासन एक ओर बेगमपुल से सोहराबगेट और बागपत अड्डे को हापुड़ अड्डे से जोड़ रही मुख्य सड़क को जाम से निजात दिलाना चाहता है तो वहीं ध्वस्त पड़े नौचंदी ग्राउंड को गुलजार करना चाहता है। इस संबंध में डीएम ने कमिश्नर आलोक सिन्हा से भी बातचीत की है

दिनवार लगने वाली अवैध पैठ

सोमवार-हापुड़ अड्डे से बच्चा पार्क और बुढ़ाना गेट से इन्दिरा चौक तक करीब तीन किमी के एरिया में।

मंगलवार और शनिवार-बेगमपुल चौराहे से लालकुर्ती मेट्रो हॉस्पीटल तक करीब दो किमी के क्षेत्र में।

गुरुवार- माधवपुरम् में करीब एक किमी के एरिया में।

शुक्रवार-ओडियन सिनेमा हॉल से कबाड़ी बाजार चौराहे तक और शारदा बाजार से प्याऊ चौक तक करीब दो किमी के एरिया में।

रविवार-शताब्दी नगर में करीब एक किमी के क्षेत्र में।

उमड़ते हैं ग्राहक

पैठ में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ती है। खासकर महिलाओं के लिए घर-गृहस्थी की छोटी-बड़ी वस्तुओं के अलावा रेडीमेड गारमेंट और कपड़ा बाजार से ये पैठ गुलजार रहती हैं। खानपान के अलावा जरूरत छोटी-बड़ी वस्तु इन पैठ में मिल रही है। शहर की सड़कों पर एक ओर तो वाहनों का दबाव बढ़ा है तो वहीं दूसरी ओर पैठ से जाम के हालात बने रहते हैं।

डीएम के आदेश के मद्देनजर नगर निगम ने पैठ को हटाने की रणनीति तय कर दी है। मजिस्ट्रेट और पुलिस के लिए जिला प्रशासन को लिखा गया है। फोर्स मिलते ही पैठ हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

उमेश प्रताप सिंह, नगरायुक्त, मेरठ