- पीडब्लूडी ने नहीं शुरू कराया मरम्मत कार्य

- नहर व रजवाहे के हलक सूखने से किसानों के चहेरे पर छाई ¨चता

- नहर में पानी बंद होने के बाद लोगों में जगी थी पुल ठीक होने की आस

Mawana : मध्य गंग नहर का पानी बंद किए चार दिन बीत गए, लेकिन लोकनिर्माण विभाग की ओर से अभी तक पुल की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं कराया गया। नहर व रजवाहे के हलक सूखने से किसानों को भी अपनी फसल की ¨सचाई की ¨चता सता रही है। वहीं हाइटगेज लगने के बाद पुल से भारी वाहनों का आवागमन अभी बाईपास से किया जा रहा है। जिससे यात्री व वाहन चालकों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

वाहनों का आवागमन बंद नगर के मेरठ-पौड़ी एनएच 119 स्थित मध्य गंग नहर पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण लोकनिर्माण विभाग ने पुल के दोनों ओर हाइटगेज लगवाकर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। भारी वाहनों का आवागमन दस दिन पहले पूर्णतया बंद कर दिया गया था, जिससे रोडवेज व अन्य भारी वाहनों को बाईपास से निकाला जा रहा है। पीडब्लूडी के एई विमल कुमार ने बताया था कि नहर का पानी बंद होने के बाद पुल की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। हालांकि ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को नोटिस देने के बाद चार दिन पहले नहर का पानी बंद करा दिया गया। लेकिन मध्य गंग नहर पुल का मरम्मत कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।

रेत का खनन हुआ तेज

पुल मरम्मत के नाम पर नहर बंद होने के बाद नहर व रजवाहों से रेत खनन का कार्य तेज हो गया है। रेत माफियाओं की चांदी कट रही है। सुबह व शाम को धड़ल्ले से रेत खनन किया जा रहा है। रेत से भरी बुग्गियां थाने के सामने से बेखौफ गुजर जाती हैं।

पानी बंद होने से किसान ¨चतित

चार दिन नहर बंद होने के कारण नहर के साथ ही रजवाहों के हलक सूख गए हैं और किसानों को अपनी फसल की ¨सचाई की ¨चता सता रही है। अधिकांश किसान महंगे डीजल से बचने के लिए रजवाहों के पानी से अपने फसलों की ¨सचाई करते हैं। नहर का पानी बंद होने से किसान परेशान हैं।

एक-दो दिन में नहर पुल के मरम्मत का कार्य शुरु कराया जाएगा।

-विमल कुमार, एई

लोकनिर्माण विभाग