- मवाना रोड पर बदमाशों ने मारी थी दंपति को गोली

- पति ने ही पूरी घटना को रचा था, पत्‍‌नी की कराई थी हत्या

Meerut: परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र के मवाना रोड पर दिन दहाड़े दंपति के गोली मारने के वारदात में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार पति ने ही अपनी पत्‍‌नी की हत्या कराई थी। जिसके लिए उसने चार शूटर भाड़े पर लिए थे। 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था। घटना को असली रूप देने के लिए अभियुक्त ने शूटरों को अपने आप को भी गोली मारने को कहा था। पुलिस इनवेस्टिगेशन में सारी कहानी सामने आ गई। हत्या के पीछे की वजह अवैध संबंध बताया जा रहा है। पुलिस ने तीन शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना को लूट बताया था

गत 19 मई को बदमाशों ने बिजेंद्र उर्फ अनुज और उसकी पत्‍‌नी रंजनी को गोली मारी थी। जिसमें रंजनी की मौके पर ही मौत हो गई थी। बिजेंद्र के भाई ने इस संबंध में लूट की एफआईआर दर्ज कराई थी। बिजेंद्र ने पूछताछ में लूट की वारदात बताई थी। पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू की तो कई ऐसे तथ्य सामने आए जो लूट की ओर इशारा नहीं कर रहे थे। बदमाशों ने रंजनी को सटा कर दो गोली मारी थी। जबकि अनुज को पैर के मांस के हिस्से पर। जबकि बदमाश पहले अनुज को ही गोली मारते। वहीं रंजनी के शरीर पर विरोध के कोई निशान नहीं थे। न ही उसके शरीर पर से कोई जेवर गायब थे।

तथ्य कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं

पुलिस समझ गई थी बिजेंद्र कोई कहानी गढ़ रहा है। जिसके बाद उसने बिजेंद्र से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की गई। कॉल डिटेल भी खंगाली गई। जिसके बाद पुलिस को कई ऐसे तथ्य मिले जिससे यह साबित हो गया कि रंजनी की हत्या कराई गई थी। सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि वारदात में जिस कार का इस्तेमाल किया गया था वह मवाना रोड स्थित रामनगर मोड़ देखी गई। पुलिस ने कार को घेर लिया और वारदात को अंजाम देने वाले तीन बदमाश पकड़े गए। इनमें भावनपुर निवासी आशीष पुत्र मेहकार सिंह, अजय कुमार पुत्र ध्यान सिंह और परीक्षितगढ़ निवासी नितिन भाई पुत्र लीलू सिंह शामिल हैं। घटना में शामिल एक शूटर फरार बताया जा रहा है।

घटना असली लगनी चाहिए

पुलिस के अनुसार बिजेंद्र के कई युवतियों के साथ प्रेम प्रसंग हैं। फिलहाल एक युवती के साथ उसके गहरे संबंध हैं। जबकि वह अपनी पत्‍‌नी पर अवैध संबंध का इल्जाम लगाता था। उसका आरोप था कि उसकी पत्‍‌नी काफी देर तक किसी से फोन पर बात करती रहती थी। जबकि बिजेंद्र के मोबाइल में ही उसकी पत्‍‌नी का सिम था। ऐसे में पुलिस को यह बात झूठी निकली। बिजेंद्र अपनी पद्दी को रास्ते से हटाना चाह रहा था। इसके लिए उसने चार शूटर्स से सौदा तय किया था। पुलिस के अनुसार 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था। घटना से पहले उसने बदमाशों को 3 हजार रुपए थे। घटना के समय 15 हजार रुपए। घटना से पहले बिजेंद्र ने फोन पर बदमाशों को बोला था कि घटना असली लगनी चाहिए, इसके लिए भले ही उसे ही गोली क्यों न मारनी पड़े। पुलिस के पास इस बातचीत की रिकॉर्डिग भी मौजूद है। पुलिस ने बदमाशों के पास से दो तमंचे भी बरामद किए हैं।

इस घटना को हमने चैलेंज के रूप में लिया। शुरू में घटना लूट ही लग रही थी। लेकिन जब सिलसिलेवार इनवेस्टिगेशन की गई तो मामला कुछ और ही निकला। पूरी टीम ने बहुत ही मेहनत की है।

- प्रवीन रंजन सिंह, एसपी देहात