मेरठ (ब्यूरो)। ऐसा नहीं है नगर निगम पार्किंग पार्किंग के ठेके नहीं देना चाहता है, कई बार टेंडर भी दिए गए, लेकिन कीमत ही कुछ ऐसी है कि ठेकेदार टेंडर में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हालत यह है कि शहर में महज 5 जगहों पर पार्किंग व्यवस्था है। गौरतलब है कि दो साल पहले शासन ने वाहन पार्किंग के लिए नए मानक तय किए थे, महंगाई के कारण पार्किंग के ठेके आधे से भी कम रह गए।

मानकों के फेरे में अटकी पार्किंग
गौरतलब है कि शासन ने बीते दिनों नए मानक तय किए हैं। इसके मुताबिक वाहन पार्किंग के ठेके अब सडक़ पटरी पर नहीं छोड़े जाएंगे। वाहन पार्किंग स्थल पर टीन शेड और पीने के पानी की व्यवस्था जरूरी है। यूरिनल और टॉयलेट होना जरूरी है। इन मानकों के बाद नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2021-22 में छोड़े गए 17 वाहन पार्किंग ठेकों में से 13 निरस्त करने पड़े। अब सिर्फ चार वाहन पार्किंग स्थल टाउनहाल परिसर स्थित तिलकहाल के सामने, दयानंद नर्सिंग होम के सामने आबूनाला के कवर्ड एरिया, मिमेह्नस हास्पिटल के पास और सूरजकुंड पार्क हैं। ये चार वाहन पार्किंग ठेके ही एक नगर निगम से वैध हैं। इनके अलावा नगर निगम क्षेत्र में सभी वाहन पार्किंग अवैध हैं।

24 पार्किंग बंद हो गई
तीन साल पहले तक नगर निगम शहर में 28 स्थानों पर पार्किंग के ठेके छोड़ता था। इनमें से अधिकांश स्थान सडक़ों के किनारे, अस्पतालों तथा अन्य बड़े भवनों के बाहर थे। नए मानकों के आते ही शहर में चल रही निगम की 28 में से 24 पार्किंग बंद हो गई।

कोरोना से बिगड़ी स्थिति
साल 2020 में कोरोना संक्रमण के बाद लॉक डाउन से पार्किंग की व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतरी थी। साल 2021 में दोबारा नगर निगम ने पार्किंग ठेके छोडऩे का प्रयास किया तो अप्रैल माह में दोबारा कोरोना आ गया।

कोर्ट ने लगाई रोक
जून 2021 में निगम ने पार्किंग की प्रक्रिया शुरु की। सितंबर में नगर निगम सीमा क्षेत्र में छोड़े गए कुल 17 में से 14 पार्किंग ठेकों पर कोर्ट ने अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी। इनमें से अधिकांश पार्किंग सडक़ की पटरियों पर संचालित की जा रही थी।

नहीं शुरू हुई पार्किंग
बीते सप्ताह नगर निगम परिसर में एक मल्टीलेवल पार्किंग का बजट फाइनल हुआ है। गत वर्ष दो नई जगह फाइनल की गई थी। इनमें एक नेहरू रोड पर नाला पटरी और दूसरा कंकरखेड़ा शिवचौक के पास चिह्नित हुआ था। वित्तीय वर्ष 2022-23 में भी इन नई जगह पर भी पार्किंग शुरु नही हो सकी।

यह हैं पार्किंग के मानक
ये पार्किंग स्थल सडक़ पटरी पर नहीं होने चाहिए।
इन पार्किंग स्थलों के पास शौचालय होना जरुरी है
पार्किंग स्थल पर पीने के पानी के इंतजाम होना चाहिए।
पार्किंग स्थल पर शेड निर्माण होना चाहिए
पार्किंग दरों की सूची, नगर निगम के उत्तरदायी अधिकारी का नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर का बोर्ड लगा होना चाहिए
नगर निगम क्षेत्र में केवल इन्हीं पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़े करने पर शुल्क लगेगा।

अवैध पार्किंग की सूचना दें
अवैध पार्किंग की सूचना देने के लिए नगर निगम ने हेल्पलाइन नंबर 18001803090, 18001805090 और 0121-240060 जारी किया गया था। लेकिन अवैध पार्किग पर निगम की कार्यवाई शून्य है।

नालों को कवर करना होगा
निगम की योजना है कि अगर नगर निगम बड़े नालों को ढकने का काम करे तो वाहन पार्किंग की समस्या का हल हो सकता है। इसके लिए निगम कार्ययोजना बनाकर प्रयास में जुटा हुआ है।

पार्किंग ठेके छोड़ते समय शासन की गाइडलाइन को पूरा किया जाना जरुरी है। वहीं वित्तीय वर्ष में पार्किंग ठेकों से निगम की आय को भी बढ़ाना है। इसके लिए लगातार प्रयास हो रहा है।
प्रमोद कुमार, अपर नगरायुक्त